पंकज त्रिपाठी ने कहा- राष्ट्रीय पुरस्कार मेरे लिए एक सपने के सच होने जैसा
मेरी मां पिछले कुछ दिनों से मेरे साथ मुंबई में रह रही थीं, लेकिन वह हर दिन मुझसे गांव वापस जाने के लिए जिद करती रहती थी। वह सादा जीवन जीने की आदी हैं और उन्हें ऐसा ही रहना पसंद है।”
बॉलीवुड में पंकज त्रिपाठी को एक बहुमुखी अभिनेता के रूप में जाना जाता है। पंकज त्रिपाठी ने अपनी एक्टिंग से दर्शकों के मन में खास जगह बनाई है। हाल ही में एक इंटरव्यू में पंकज त्रिपाठी ने अपनी मां को लेकर बड़ा खुलासा किया है। पंकज त्रिपाठी ने कहा, “मेरी मां को इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी कि मैं क्या करता हूं। एक दिन वह मुझे बता रही थी कि घर पर कोई मेरे बारे में पूछने आया था। उन्हें नहीं पता था कि मैं इतना लोकप्रिय हूं। मेरी मां पिछले कुछ दिनों से मेरे साथ मुंबई में रह रही थीं, लेकिन वह हर दिन मुझसे गांव वापस जाने के लिए जिद करती रहती थी। वह सादा जीवन जीने की आदी हैं और उन्हें ऐसा ही रहना पसंद है।”
फिल्म मिमी के लिए पंकज त्रिपाठी को राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है। इस अवॉर्ड को पाने के बाद उन्होंने अपनी भावनाओं के बारे में खुलासा किया है। पंकज त्रिपाठी ने कहा, “राष्ट्रीय पुरस्कार मेरे लिए एक सपने के सच होने जैसा था। यह एकमात्र सफलता थी जिसे मैं हमेशा हासिल करना चाहता था। जब मैं नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में था तब आशीष विद्यार्थी ने यह पुरस्कार जीता था।
इसके बाद पिंजरा के लिए मनोज ने ये अवॉर्ड जीता। तब से मैं सोच रहा था कि मैं यह पुरस्कार कब जीतूंगा। पंकज त्रिपाठी के वर्क फ्रंट की बात करें तो कुछ महीने पहले उनकी फिल्में ‘ओह माय गॉड-2’ और ‘फुकरे-3’ रिलीज हुई थीं। हाल ही में उनकी वेब सीरीज ‘कड़क सिंह’ ओटीटी पर रिलीज हुई है। अब पंकज जल्द ही ‘मैं अटल हूं’ में नजर आएंगे। इस फिल्म में उन्होंने दिवंगत प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का किरदार निभाया है। यह बायोपिक 19 जनवरी को रिलीज होगी।