भाजपा ने पांच पूर्व मुख्यमंत्रियों को दिया लोकसभा का टिकट, देखें प्रोफाइल
भाजपा के उलट कांग्रेस ने महज एक पूर्व सीएम को ही लोकसभा का टिकट दिया है
नईदिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए आज बुधवार को दूसरी लिस्ट जारी कर दी है। पहली लिस्ट में भाजपा ने 16 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों की 195 प्रत्याशियों के नाम थे। वहीँ आज जारी हुई दूसरी सूची में भाजपा ने 72 सीटों पर कैंडिडेट्स घोषित किए है। भाजपा अब तककुल 267 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर चुकी है।
आज जारी हुई लिस्ट में सबसे ज्यादा चौकाने वाला नाम मनोहर लाल खट्टर का है, उन्होंने कल ही हरियाणा के सीएम पद से इस्तीफा दिया है। पार्टी ने उन्हें अगले दिन ही करनाल से लोकसभा उम्मीदवार घोषित कर दिया। भाजपा अब तक कुल पांच पूर्व मुख्यमंत्रियों को लोकसभा का टिकट दे चुकी है। जिसमें मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, कर्नाटक के पूर्व सीएम बसवराज बोम्मई, उत्तराखंड के पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत और असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल को टिकट दिया है।
कांग्रेस ने एक पूर्व सीएम को मैदान में उतारा -
इसके उलट कांग्रेस ने सिर्फ एक ही पूर्व सीएम भूपेश बघेल को लोकसभा चुनाव के मैदान में उतारा है। हालांकि तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ,अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत और असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के बेटे गौरव गोगोई को टिकट दिया है।
मनोहर लाल खट्टर -
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े मनोहर लाल खट्टर की साल 2014 में राजनीति में एंट्री हुई। उन्होंने हरियाणा विधानसभा के लिए अक्तूबर, 2014 में हुए चुनाव में करनाल विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी के रूप में पहला चुनाव लड़ा। वे इस चुनाव में 63,773 मतों से विजयी हुए। 21 अक्तूबर, 2014 को हरियाणा भाजपा विधायक दल के सर्वसम्मति से नेता चुने गये। उन्होंने 26 अक्तूबर, 2014 को हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। मनोहर लाल हरियाणा के इतिहास में पहले ऐसे नेता हैं, जो पहली बार विधायक बने और मुख्यमंत्री का पद संभाला। करीब 10 साल तक सीएम पद संभालने के बाद कल मंगलवार 12 मार्च को सीएम पद से इस्तीफा दे दिया। अब पार्टी ने लोकसभा का टिकट दिया है।
शिवराज सिंह चौहान -
शिवराज सिंह चार बार मप्र के मुख्यमंत्री रह चुके है। उनकी राजनीति में एंट्री साल 1990 में बुधनी विधानसभा का चुनाव जीतकर हुई थी। उनकी सांसदी का पहला कार्यकाल विदिशा संसदीय सीट से 1991 में शुरू हुआ। यहां उपचुनाव में पहली जीत मिली थी। इसके बाद साल 1991, 1996, 1998, 1999 और 2004 में लगातार सांसद चुने गए ।
साल 2005 में उनकी मप्र की राजनीति में वापसी हुई और 29 नवंबर 2005 को पहली मप्र के मुख्यमंत्री बने। दूसरी बार 12 दिसंबर 2008 से 9 दिसंबर 2013 तक मुख्यमंत्री रहे। तीसरी बार 14 दिसंबर 2013 से 12 दिसंबर 2018 तक मुख्यमंत्री पद पर रहे। चौथी बार मार्च 2020 से साल दिसंबर 2023 तक मुख्यमंत्री पद पर रहे। विधानसभा चुनाव में जीत के बाद भाजपा ने डॉ मोहन यादव को मप्र का अगला सीएम बना दिया। इसके बाद शिवराज सिंह के राजनीतिक भविष्य को लेकर कई कयास लग रहे थे। अब पार्टी ने उन्हें विदिशा से लोकसभा उम्मीदवार बनाया है।
बसवराज बोम्मई -
बसवराज बोम्मई कर्नाटक के पूर्व मुख़्यमंत्री है। बोम्मई ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत जनता दल से की थी। बाद में वे फरवरी 2008 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। भाजपा ने 28 जुलाई 2021 को उन्हें कर्नाटक का मुख्यमंत्री बनाया। साल 2023 की शुरुआत में हुए कर्नाटक विधानसभा में भाजपा की हार के बाद उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। अब पार्टी ने उन्हें हावेरी से लोकसभा उम्मीदवार बनाया है।
त्रिवेंद्र सिंह रावत -
त्रिवेंद्र सिंह रावत उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रह चुके है। उनके राजनीतिक जीवन की शुरुआत साल 1997 में भाजपा प्रदेश संगठन महामंत्री के तौर पर हुई। साल 2002 में उन्होंने पहला विधानसभा चुनाव लड़ा, जिसमें वे विजयी हुए। 17 मार्च 2017 को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री नियुक्त हुए। उन्होंने 9 मार्च 2021 को सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। अब पार्टी ने उन्हें हरिद्वार से लोकसभा टिकट दिया है।
सर्बानंद सोनोवाल -
सर्बानंद सोनोवाल असम के मुख्यमंत्री रह चुके है। सर्बानंद सोनोवाल राजनीतिक करियर छात्र जीवन से शुरू हुआ। भारतीय जनता पार्टी का हाथ थामने से पहले सर्बानंद असम गण परिषद से जुड़े हुए थे। असम गण परिषद के सदस्य के तौर पर वो पहली बार वर्ष 2001 में विधानसभा के सदस्य भी बने थे। वर्ष 2004 में वो इसी पार्टी से लोकसभा का चुनाव भी जीते थे।साल 2011 में उन्होंने भाजपा का हाथ थामा था। भाजपा ने साल 2016 में असम में चुनाव जीतने के बाद सर्बानंद सोनोवाल को मुख्यमंत्री नियुक्त किया। वर्तमान में वे मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री है। पार्टी ने उन्हें एक बार फिर लोकसभा का टिकट दिया है।