मजदूरों को बचाने के लिए कैलाश से चलकर सिलक्यारा पहुंचे भगवान शिव, टनल के गेट पर दिखी आकृति
उत्तरकाशी। उत्तरकाशी की सिलक्यांरा टनल में दीपावली के दिन 12 दिसम्बर को धंसक गई थी। बीते 16 दिनों से 41 मजदूर इस सुरंग के अंदर फंसे हुए है। सरकार की लाख कोशिशों के बाद भी इन मजदूरों को अब तक बाहर नहीं निकाला जा सका है। एक के बाद एक बाधा आने से बचाव अभियान पूरा नहीं हो पा रहा है।ऐसे में देश भर में सुरंग में फंसे मजदूरों को बचाने के लिए प्रार्थना की जा रही है। इसी बीच आज भगवान शिव की आकृति सुरंग के मुहाने पर उभरकर आई है। जिसके बाद बचाव दल में लगे लोगों में ऊर्जा का नया संचार हो गया है। भगवान शिव की इस आकृति की तस्वीरें लगातार सोशल मीडिया में वायरल हो रही।
बता दें कि सिलक्यारा टनल के निर्माण के समय इस स्थान पर बने बाबा बौखनाथ के मंदिर को तोड़ दिया गया था। इसके बाद जब मजदूर सुरंग में फंसे उसके बाद यहां मुहाने पर दोबारा से अस्थाई मंदिर बनाया गया। कल स्थानीय लोग यहां डोली लेकर गए, पूजा-अर्चना की। बचाव अभियान शुरू होने से पहले उनकी पूजा-अर्चना की जा रही है।इसके 24 घंटे के अंदर ही आज सोमवार को टनल के एंट्रेंस पर भोलेनाथ की आकृति दिखाई दी।
शिव पहुंचे सिलक्यांरा -
दरअसल, सुरंग के मुहाने पर स्थित बाबा बौखनाग के मंदिर पीछे पानी का रिसाव हुआ है। पानी के रिसाव से बनी आकृति को भगवान शंकर की आकृति बताया जा रहा है। स्थानीय लोगों का दावा है कि उन्हें भगवान शिव की आकृति बनी दिखाई दी। कहना है कि अब भोलेनाथ का आशीर्वाद मिल गया है। सभी लोग सुरक्षित बाहर निकल आएंगे। उनका कहना है की भगवान शिव स्वयं कैलाश को छोड़कर सिक्यारापहुंच गए है,अब मजदूरों को बचाने में जल्द सफलता मिलेगी।