WEATHER UPDATE: भीषण गर्मी से देश मे मचाया तांडव, हीट स्ट्रोक से 60 से अधिक की मौत, अगर गर्मी से बचना है तो करें ये उपाय

नौतपा" के नौ दिन आम तौर पर वर्ष के सबसे गर्म दिनों में से होते हैं। यह 2 जून तक रहेगा। इस दौरान देश के कुछ हिस्सों में तापमान 49 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है।

Update: 2024-05-27 13:28 GMT

WEATHER UPDATE: भोपाल। मध्य प्रदेश समेत पूरे देश में इस वक्त भीषण गर्मी लगातार जारी है रविवार को तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो गया और आज शाम तक 6.30 बजे मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 44 डिग्री दर्ज किया गया। मध्य प्रदेश में शनिवार से "नौतपा" भी शुरू हो गया है। आज नौतपा का तीसर दिन है।

बता दें कि मौसम में केवल सुबह के वक्त में हल्का सुकून लोगों को मिल रहा है वरना 9 बजे के बाद सूरज आग उगलना शुरू कर देता है और दिन भर यही आलम होता है। "नौतपा" शुरू होने के साथ ही सुबह से ही गर्मी असहनीय थी और सूरज निकलने से पहले ही लोगों को पसीना आ रहा था। दोपहर तक बाहर कदम रखना लगभग असंभव हो गया, सड़कें और बाज़ार सुनसान हो गए। कई लोगों ने एयर कंडीशनर और कूलर से राहत मांगी, मगर एसी और कूलर भी फेल हो गए। मौसम विभाग के अनुसार, तापमान और भी बढ़ने की उम्मीद है, 30 मई तक संभावित रूप से 46 डिग्री या इससे अधिक तक पहुंच सकता है।

नौतपा" के नौ दिन आम तौर पर वर्ष के सबसे गर्म दिनों में से होते हैं। यह 2 जून तक रहेगा। इस दौरान देश के कुछ हिस्सों में तापमान 49 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है। ज्योतिष के हिसाब से सूर्य कृतिका से रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करता है तब से नौ दिन तक नौतपा होता है। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत नेशनल सेंटर ऑफ डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के मुताबिक एक मार्च से अबतक देश में हीटस्ट्रोक के 16 हजार से अधिक मामले रिपोर्ट किए गए जबकि 60 से अधिक लोगों की मौत हुई है। उच्च तापमान का सेहत पर गंभीर दुष्प्रभाव हो सकता है। ये मस्तिष्क की समस्याओं से लेकर किडनी-लिवर फेलियर तक के जोखिमों को बढ़ाने वाली हो सकती है।

गर्मी से बचने के लिए करें ये उपाय

धूप के अधिक संपर्क में रहने वाले लोगों को पानी की कमी या निर्जलीकरण डिहाइड्रेशन हो सकता है और यह गर्मी के दिनों में आम बात है। शुरुआत में पानी की कमी होने के कारण मुंह सूखने, कमजोरी-रक्तचाप कम होने जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। शरीर से पसीने के जरिए ज्यादा पानी निकल जाने पर एक्यूट किडनी इंजरी और लिवर से संबंधित जटिलताओं का खतरा भी हो सकता है।

1.इस गर्मी के मौसम में दिनभर में खूब मात्रा में पानी और तरल पदार्थ पीते रहें।

2.हल्के रंग के और ढीले कपड़े पहनें।

3.बाहर निकलते समय सिर और पूरे शरीर को ढककर रखें।

4. 11 बजे से दोपहर 4 बजे के बीच बाहर जाने से बचें।

5.शराब, कॉफी-चाय आदि से भी बचें। इससे निर्जलीकरण होने का खतरा और बढ़ जाता है।

6. हीटस्ट्रोक के लक्षण नजर आ रहे हैं तो समय रहते डॉक्टर की सलाह जरूर लें

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