Maharastra News: रील बनाने के चक्कर में 300 फीट नीचे खाई में गिरी महिला, कैमरें में कैद हुआ दर्दनाक हादसे का वीडियो, देखें
एक रिपोर्ट के अनुसार, मृतक की पहचान छत्रपति संभाजीनगर के हनुमाननगर की श्वेता दीपक सुरवसे (23) के रूप में हुई है। श्वेता कथित तौर पर सुली भंजन इलाके में दत्तधाम मंदिर गई थी।
Maharastra News: महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के संभाजीनगर में हुई एक दुखद घटना में, एक 23 वर्षीय महिला की मौत हो गई, जब उसकी कार 300 फीट गहरी खाई में गिर गई, जब वह गाड़ी चलाते समय रील बना रही थी। यह घटना सोमवार दोपहर को सुंदर सुली भंजन इलाके में हुई। दुर्भाग्यपूर्ण घटना का एक वीडियो इंटरनेट पर सामने आया है।
रील बनाने के दौरान हुआ हादसा
एक रिपोर्ट के अनुसार, मृतक की पहचान छत्रपति संभाजी नगर के हनुमाननगर की 23 वर्षीय श्वेता दीपक सुरवसे के रूप में हुई है। श्वेता कथित तौर पर सुली भंजन इलाके में दत्तधाम मंदिर गई थी। गाड़ी चलाते समय उसने रील बनाने का प्रयास किया। उसका दोस्त, शिवराज संजय मुले उसका वीडियो बना रहा था।
VIDEO | Woman falls 300 feet into a valley while reversing her car to make a reel#Aurangabad #Maharashtra #Reel #Accident #ChhatrapatiSambhajinagar pic.twitter.com/5XxC8fUbfw
— Free Press Journal (@fpjindia) June 18, 2024
श्वेता ने ब्रेक की जगह एक्सीलेटर दबाया, जिससे वह गिर गई ड्राइविंग करते समय उसने गलती से रिवर्स गियर लगाया और उसका पैर एक्सीलेटर पर दब गया, जिससे कार पीछे की ओर तेजी से चलने लगी और गहरी घाटी में जा गिरी। इस दुर्घटना में श्वेता की तत्काल मौत हो गई। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। उन्होंने कार को घाटी से निकाला और महिला को इलाज के लिए खुल्ताबाद ग्रामीण अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सुरक्षा दीवार न होने के कारण यह दुखद दुर्घटना हुई।
रील बनवा रही थी युवती, गाड़ी पीछे करते हुए खाई में गिरी, हुई मौत#reel | #carfell | #viralvideo pic.twitter.com/rB2z3HbqG5
— NDTV India (@ndtvindia) June 18, 2024सुली भंजन में दत्तधाम मंदिर क्षेत्र अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है, जो मानसून के मौसम में और भी निखर जाती है, जिससे बड़ी संख्या में श्रद्धालु और पर्यटक यहां आते हैं। श्वेता भी इस क्षेत्र की सुंदरता से मोहित हो गई और उसने अपने मोबाइल फोन पर रील बनाने का फैसला किया। स्थानीय निवासियों के हवाले से कि अगर मंदिर क्षेत्र के चारों ओर सुरक्षा दीवार या लोहे की रेलिंग होती, तो यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना टल सकती थी।