हिंसा के बाद नूंह में सामान्य होने लगे हालात, सरकार ने चार जिलों में इंटरनेट से हटाया बैन
पुलिस ने बीएसएफ के जवानों के साथ हथीन के गहलब रोड से मेन बाजार एवं लालदास मंदिर तक पैदल मार्च किया।
नूंह। हरियाणा के नूंह जिले में सोमवार को शोभायात्रा के दौरान भड़की हिंसा के बाद अब हालात धीरे-धीरे सामान्य होने लगे है। सरकार ने आज पलवल,फरीदाबाद, नूंह में आज इंटरनेट बैन में छूट दी है। आज दोपहर एक बजे से चार बजे तक प्रतिबंध हटा दिया गया है। दूसरी ओर इन चारों जिलों में पैरामिलिट्री फोर्सेज की 20 कंपनियां तैनात की गई हैं। हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 7 हो गई है।
बता दें हिंसा के बाद से अब तक यहां 7 लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें दो होमगार्ड और पांच आम नागरिक शामिल है। खट्टर सरकार ने हिंसा की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी है। वहीं मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने हिंसा में हुए नुकसान की वसूली उपद्रवियों से ही करने का एलान किया।
बीएसएफ ने किया फ्लैग मार्च -
नूंह जिले में सांप्रदायिक दंगे के बाद राज्य सरकार ने हथीन की सुरक्षा का जिम्मा एसीपी अमित यशवर्धन को सौंपा है। गुरुवार सुबह एसीपी अमित यशवर्धन व डीएसपी सुरेश कुमार भड़ाना ने बीएसएफ के जवानों के साथ हथीन के गहलब रोड से मेन बाजार एवं लालदास मंदिर तक पैदल मार्च किया। इस अवसर पर उनके साथ शहर पुलिस चौकी इंचार्ज शिवकुमार व एवीटी स्टाफ हथीन के इंचार्ज प्रदीप कुमार भी अपनी टीम के साथ मौजूद रहे। उन्होंने फ्लैग मार्च के दौरान लोगों से शांति बनाए रखने व अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की।