खालिस्तानी आतंकी पन्नू ने आठ दिन पहले दी थी संसद पर हमले की धमकी, कहा - मेरी हत्या के प्रयास का मिलेगा जवाब
नईदिल्ली। संसद में आज सुरक्षा में चूक का बाड़ा मामला सामने आया है। लोकसभा में दो युवकों दर्शक दीर्घा से पहले छलांग लगाई, फिर स्मॉग बम छोड़े। इससे पहले संसद के बाहर भी एक युवक और युवती ने भी स्मॉग बम फोड़े और जय भीम, तानाशाही नहीं चलेगी के नारे लगाएं। इस के बाद पूरे परिसर में हंगामा मच गया।
बड़ी बात ये है कि सुरक्षा में इनती बड़ी चूक 2001 के संसद हमले की 22वीं बरसी वाले दिन हुई। हालांकि, पुलिस सूत्रों का कहना है कि ये घटना संसद हमले से जुड़ी नहीं है। बेशक ये घटना हमले जैसी ना हो लेकिन देश के सबसे बड़े संस्थान संसद की सुरक्षा में चूक ने कई सवालों को खड़ा कर दिया है। इस घटना के पीछे खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू का भी हाथ माना जा रहा है। इसका बाद कारण आठ दिन पहले दी गई उसकी धमकी है।
वीडियो में अफजल गुरु
बता दें की आठ दिन पहले 5 दिसम्बर के दिन आतंकी पन्नू ने वीडियो जारी कर संसद तक हमले की वीडियो को जारी किया था। उसने अपने वीडियो में कहा था कि "क्या भारत उसे मारने की मोदी सरकार की साजिश पर SFJ की 13 दिसंबर की प्रतिक्रिया का सामना करने के लिए तैयार है?। 13 दिसंबर 2001 को अफजल गुरु ने संसद तक पहुंच कश्मीर का मुद्दा उठाया। वहीं, अब पन्नू 13 दिसंबर 2023 को नाकाम हत्या का जवाब देगा।"
एजेंसियां अलर्ट मोड पर -
पन्नू का ये वीडियो सामने आने के बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, तब सुरक्षा एजेंसियों ने कहा था कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के K-2 (कश्मीर-खालिस्तान) डेस्क ने पन्नू को भारत विरोधी प्लॉट को फैलाने के अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने के निर्देश दिए थे।
क्या है सिख फॉर जस्टिस-
पन्नू अमेरिका में सिख्स फॉर जस्टिसका प्रमुख है। ये संगठन भारत में प्रतिबंधित है और भारतीय जांच एजेंसियों की तरफ से पन्नू को वॉन्टेड घोषित किया गया है।