प्रधानमंत्री मोदी आज तमिलनाडु के धनुषकोडी और अरचिल मुनाई में, धनुर्धारी भगवान राम की पूजा करेंगे
प्रधानमंत्री ने मंदिर परिसर के भीतर 22 तीर्थों में डुबकी लगाई। इन 22 तीर्थों का आशय प्राकृतिक झरने से है। इनमें से प्रत्येक को तमिल में 'नाजी किनारू' (कुआं) के रूप में जाना जाता है।
धनुषकोडी । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तमिलनाडु के दो दिवसीय दौरे के आखिरी दिन आज (रविवार) यहां के कोदंड रामास्वामी मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगे। यह मंदिर श्री कोदंड रामस्वामी को समर्पित है। कोदंड राम नाम का अर्थ धनुर्धारी भगवान राम है। ऐसा कहा जाता है कि यहीं पर विभीषण पहली बार प्रभु श्रीराम से मिले थे और उनसे शरण मांगी थी।
कुछ किंवदंतियां यह भी हैं कि यही वह स्थान है, जहां भगवान श्रीराम ने विभीषण का राज्याभिषेक किया था। धनुषकोडी के पास प्रधानमंत्री अरिचल मुनाई भी जाएंगे। अरिचल मुनाई के बारे में कहा जाता है कि यहां राम सेतु का निर्माण हुआ था। भाजपा ने आज के प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम को एक्स हैंडल पर साझा किया है। भाजपा के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी सुबह 9ः30 बजे अरिचल मुनाई जाएंगे। इसके एक घंटे बाद कोदंड रामास्वामी मंदिर पहुंचेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने कल तमिलनाडु के प्रमुख मंदिरों के दर्शन और पूजन की तस्वीरें एक्स हैंडल पर साझा की हैं।
इससे पहले कल (20 जनवरी) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रामेश्वर में 'अग्नि तीर्थ' तट पर स्नान करने के बाद भगवान रामनाथस्वामी मंदिर में पूजा की थी। यह तमिलनाडु का प्राचीन शिव मंदिर है। प्रधानमंत्री ने मंदिर परिसर के भीतर 22 तीर्थों में डुबकी लगाई। इन 22 तीर्थों का आशय प्राकृतिक झरने से है। इनमें से प्रत्येक को तमिल में 'नाजी किनारू' (कुआं) के रूप में जाना जाता है।
पुजारियों ने प्रधानमंत्री मोदी का यहां पारंपरिक तरीके से स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने मंदिर में हुए भजन कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया। तमिलनाडु के रामनाथपुरम जिले के रामेश्वरम द्वीप पर स्थित शिव मंदिर का संबंध रामायण से भी है। ऐसा कहा जाता है कि भगवान राम ने यहां शिवलिंग स्थापित किया था। भगवान राम और देवी सीता ने यहां पूजा की थी। तिरुचिरापल्ली जिले में श्री रंगनाथस्वामी मंदिर में पूजा करने के बाद मोदी वायुसेना के हेलीकॉप्टर से यहां पहुंचे थे।