ट्रक ड्राइवरों ने देश भर में वापिस ली हड़ताल, बहाल हुई दूध-सब्जी की सप्लाई
ट्रक चालकों की चिंताओं पर विचार करने के लिए तैयार केंद्रीय गृह मंत्रालय
नईदिल्ली। हिट एंड रन मामले में नए कानून को लेकर ट्रक चालकों की तीन दिवसीय देशव्यापी हड़ताल खत्म हो गई है। चालकों ने केंद्र सरकार के आश्वासन और ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (एआईएमटीसी) के अपील के बाद अपनी हड़ताल को समाप्त कर दिया है। हालांकि, कई शहरों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (एआईएमटीसी) के महासचिव नवीन कुमार गुप्ता ने बुधवार को बताया कि केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने एआईएमटीसी के साथ मंगलवार को बैठक की थी। गृह मंत्रालय ने भारतीय न्याय संहिता के तहत हिट एंड रन मामलों के नए प्रावधानों से संबंधित चिंताओं पर चर्चा करने के लिए बैठक के बाद कहा कि नया कानून अभी लागू नहीं होगा।
काम पर लौटे ड्राइवर -
बैठक के बाद गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने कहा कि हाल ही में पारित भारतीय न्याय संहिता के तहत हिट एंड रन मामलों के नए प्रावधानों को अभी तक लागू नहीं किया गया है। भल्ला ने कहा कि ‘हिट एंड रन’ (दुर्घटना के बाद मौके से भाग जाना) मामलों से संबंधित नया दंड प्रावधान लागू करने का निर्णय (एआईएमटीसी) से परामर्श के बाद ही लिया जाएगा। गृह सचिव ने एआईएमटीसी और सभी आंदोलनकारी ट्रक चालकों से काम पर लौटने की अपील की।
पेट्रोल और सब्जी की कमी -
सरकार के इस फैसले के बाद ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ने भी कहा है कि ट्रक चालकों की हड़ताल वापस होगी। ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने ट्रक चालकों से अपील की है कि वे काम पर लौट जाएं। देशभर में 80 लाख से ज़्यादा ट्रक चालक हैं। ये लोग हर दिन लोगों की ज़रूरत का सामान एक शहर से दूसरे शहर तक पहुंचाते हैं। ट्रक चालकों की हड़ताल से देश में करीब दो हजार पेट्रोल पंप पर पेट्रोल-डीज़ल की कमी हो गई थी, जबकि सब्जियों के दाम में भी इजाफा हुआ है।
ये है कानून -
दरअसल, हिट एंड रन नए कानून, भारतीय न्याय संहिता की धारा 104 में शामिल है। इसमें चालकों की लापरवाही से पीड़ित की मौत होने पर 10 साल की सजा और 7 लाख रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान है, जिसके विरोध में ट्रक चालक तीन दिवसीय हड़ताल पर थे।