राम जन्मभूमि मंदिर परिसर में बन रहे 14 मंदिर: गंगा दशहरा पर अनुष्ठान, अक्षय तृतीया पर होगी मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा...
राम जन्मभूमि परिसर में 14 भव्य मंदिरों का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। इन मंदिरों में स्थापित होने वाली मूर्तियां जयपुर, राजस्थान में तैयार की जा रही हैं।;
अयोध्या। भगवान श्रीराम के दर्शन के लिए अयोध्या आने वाले श्रद्धालु अब राम मंदिर के साथ अन्य मठ और मंदिरों के भी दर्शन कर सकेंगे। राम जन्मभूमि परिसर में 14 भव्य मंदिरों का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। इन मंदिरों में स्थापित होने वाली मूर्तियां जयपुर, राजस्थान में तैयार की जा रही हैं, जो 30 अप्रैल तक पूरी तरह से बनकर अयोध्या पहुंच जाएंगी।इन 14 मंदिरों की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा अक्षय तृतीया के शुभ मुहूर्त पर की जाएगी।
राम मंदिर ट्रस्ट इस महान धार्मिक अनुष्ठान को गंगा दशहरा पर संपन्न कराने की योजना बना रहा है। इसी सिलसिले में बीते दिनों राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने अयोध्या के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्यों से मूर्ति स्थापना के लिए शुभ मुहूर्त पर विचार-विमर्श किया। राम जन्मभूमि मंदिर का प्रथम तल राम दरबार की भव्यता से सुशोभित होगा।
परकोटे में छह मंदिर बनाए जा रहे हैं, जिनमें भगवान सूर्य, भगवान गणेश, हनुमान, माता शबरी, भगवान शिव और माता अन्नपूर्णा की प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी। परिसर में सप्त मंडपम के अंतर्गत सात महत्वपूर्ण मंदिरों का निर्माण किया जा रहा है। इनमें महर्षि वाल्मीकि, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त्य, महर्षि वशिष्ठ, निषाद राज, अहिल्या और माता शबरी की मूर्तियां स्थापित की जाएंगी।
इन मंदिरों के निर्माण से अयोध्या आने वाले श्रद्धालु न केवल राम मंदिर बल्कि अन्य देवी-देवताओं और ऋषियों के मंदिरों के भी दर्शन कर सकेंगे। राम मंदिर ट्रस्ट के अनुसार, गंगा दशहरा पर इन सभी मंदिरों की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा भव्य अनुष्ठान के साथ की जाएगी। इससे अयोध्या का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व और अधिक बढ़ जाएगा।