अमित शाह बोले - आपदा प्रबंधन की दिशा में सामंजस्य बिठाने के लिए एससीओ सर्वोच्च मंच
नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बल द्वारा आयोजित आपात स्थितियों के निवारण एवं निराकरण से संबंधित शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सदस्य राष्ट्रों के विभाग प्रमुखों की 10वीं बैठक में कहा कि आपदा प्रबंधन की दिशा में सामंजस्य बिठाने के लिए एससीओ सर्वोच्च मंच है और आज होने वाली मंत्री स्तर की इस महत्वपूर्ण बैठक में एससीओ देशों के बीच बेहतर सहयोग तथा सामंजस्य स्थापित होगा। उनका कहना था कि आपदा प्रबंधन सहयोग के लिए भारत सदैव तत्पर है।
अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में आयोजित एससीओ के 19वें सम्मेलन में साझा क्षेत्र में संपर्क को और बेहतर करने की जरूरत पर बल दिया था और आपसी सहयोग को मजबूत बनाने की दिशा में संयुक्त अभ्यास के मंत्र को एक महत्वपूर्ण कदम बताया था। उनका यह भी कहना था कि अगस्त 2017 में देश के वर्तमान रक्षामंत्री ने सरकारी विभागों के प्रमुखों की बैठक में भाग लिया तथा इस बैठक में प्रस्ताव दिया था कि भारत सर्च और बचाव विषय पर एक संयुक्त अभ्यास आयोजित कर सकता है, जिसे आज पूर्णता मिली है।
शाह ने कहा कि चार दिनों तक चले अभ्यास से सभी एससीओ देशों की आपदा प्रतिरोधी क्षमता बढ़ेगी एवं प्रभावी कार्यान्वयन करने में भी सफलता प्राप्त होगी। उनका कहना था कि एससीओ संगठन पूरी दुनिया के 20 प्रतिशत भौगोलिक क्षेत्र तथा 40 प्रतिशत आबादी का प्रतिनिधित्व करता है, इसलिए आपदा प्रबंधन की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करता है। उनका कहना था कि आज भूकंप, बाढ़ तथा जलवायु परिवर्तन आदि पर काम करने की जरूरत है, जिसे इस संगठन के माध्यम से संभव किया जा सकेगा और भविष्य में आपदा प्रबंधन की विभिन्न चुनौतियों से आसानी से निपटा जा सकेगा।
केंद्रीय गृहमंत्री ने विश्वास जताया कि शहरी भूकंप सर्च संयुक्त अभ्यास हमारी सामूहिक तैयारी में सुधार करने में बहुत उपयोगी होगा, भूकंप के बाद की कार्रवाई में समन्वय करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त प्रक्रियाओं को समझने में सहायता करने के अतिरिक्त सभी प्रतिभागी टीम के सदस्यों के बीच जानकारी और मित्रता होने में भी इस अभ्यास से मदद मिलेगी। उनका कहना था कि जब सदस्यों को आपदा की स्थिति से निपटने के लिए मिलकर कार्रवाई करनी होगी, उस समय साझा अभ्यास का अनुभव बहुत काम आएगा।
शाह का कहना था कि भारत आपदा प्रतिरोधी अवसंरचना संबंधित संगठन की अगुवाई कर रहा है जो बहुमुखी होगा। उन्होंने कहा कि डिजास्टर रिलीफ इंफ्रास्ट्रक्चर में विशेष ध्यान देना होगा। उनका कहना था कि इस बैठक में वर्ष 2020-21 की कार्य योजना पर चर्चा तथा अनुमोदन किया जाएगा और आपसी सहयोग के नए द्वार खुलेंगे।