Train Accident : भारत के वो बड़े ट्रेन हादसे जिनमें सैकड़ों लोगों ने गंवाई जान
Major Train Accident In India : स्वतंत्र भारत के इतिहास में ऐसे कई ट्रेन हादसे हुए हैं जिनमें सैकड़ों लोगों ने अपनी जान गंवाई।
Major Train Accident In India : पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी में हुए भीषण ट्रेन हादसे में अब तक 8 लोगों की जान चली गई है। यह हादसा इतना भीषण था कि, ट्रेन के डब्बे कबाड़ में बदल गए। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। स्वतंत्र भारत के इतिहास में ऐसे कई ट्रेन हादसे हुए हैं जिनमें सैकड़ों लोगों ने अपनी जान गंवाई है। पढ़िए भारत के इतिहास के सबसे भीषण ट्रेन एक्सीडेंट के बारे में विस्तार से।
बिहार ट्रेन एक्सीडेंट :
6 जून 1981 को सहरसा मानसी रेलखंड के पुल नंबर 51 पर भारत के इतिहास का सबसे बड़ा ट्रेन हादसा हुआ था। कहा जाता है कि, ट्रेन के ब्रेक फ़ैल होने और तेज बारिश के कारण ट्रेन के कुछ डब्बे बागमती नदी में गिर गए। इसके कारण लगभग 800 लोगों की मौत हुई थी। कई लोग नदी में डूब गए थे। इस हादसे की सही तरीके से जांच नहीं की गई इसलिए ट्रेन के कुछ डिब्बों के नदी में गिरने की ठीक - ठीक वजह ज्ञात नहीं है।
रामेश्वरम ट्रेन एक्सीडेंट :
23 दिसम्बर साल 1964, तमिलनाडु के धनुष्कोडी में एक तूफ़ान आया था। पंबन - धनुष्कोडी पैसेंजर ट्रेन इस दौरान पंबन पुल को क्रॉस कर रही थी। इसी दौरान के 25 फ़ीट ऊंची लहर आई और पूरी ट्रेन समुद्र में पलट गई। इस हादसे में 200 यात्रियों की मौत हो गई थी।
पेरुमन ट्रेन एक्सीडेंट :
बेंगलुरु से तिरुवंतपुरम को जाने वाली आइसलैंड एक्सप्रेस 8 जुलाई 1988 को बड़े हादसे का शिकार हो गई थी। केरल के अष्टमुडी झील पर ट्रेन पटरी से उतर गई थी और कुछ डिब्बे पानी में समा गए थे। इस हादसे में 105 लोग मारे गए थे और 200 लोग घायल हुए थे।
फिरोजाबाद ट्रेन एक्सीडेंट :
दिल्ली जा रही कालिंदी एक्सप्रेस 20 अगस्त 1995 को हादसे का शिकार हो गई थी। ट्रेन, नीलगाय से टकरा गई थी। ब्रेक खराब हो गए तो ट्रेन को वहीं रोक दिया गया। इसी ट्रेक पर एक दूसरी ट्रेन पुरुषोत्तम एक्सप्रेस जो दिल्ली जा रही थी, ने कालिंदी एक्सप्रेस को पीछे से टक्कर मार दी। इस हादसे में 400 लोगों की मौत हुई थी।
गैसल ट्रेन एक्सीडेंट :
यह हादसा साल 1999 को पश्चिम बंगाल के गैसल रेलवे स्टेशन पर हुआ था। इसमें ब्रह्मपुत्र मेल और अवध - असम एक्सप्रेस आपस में टकरा गई थी। सिग्नल की खराबी के कारण हुए इस हादसे में करीब 285 लोगों की मौत हुई थी। 300 से अधिक लोग घायल हुए थे।
खन्ना - लुधियाना ट्रेन एक्सीडेंट :
साल 1998 को जम्मू तवी-सियालदह एक्सप्रेस खन्ना - लुधियाना खंड पर हादसे का शिकार हो गई थी। जम्मू तवी-सियालदह एक्सप्रेस, फ्रंटियर मेल के डिब्बों से टकरा गई थी। इस हादसे में 200 से अधिक लोगों की मौत हुई थी।
रफीगंज ट्रेन एक्सीडेंट :
साल 2002 में गया में रफीगंज के पास धवे नदी पर बने एक पुल पर हावड़ा राजधानी एक्सप्रेस पटरी से उतर गई थी। इस हादसे में 130 लोगों की मौत हुई थी। इस घटना का कारण माओवादी थे। उन्होंने पटरी पर तोड़फोड़ की थी जिसके कारण ट्रेन पटरी से उतर गई थी।
वेलिगोंडा रेल हादसा :
आंध्रप्रदेश के वेलिगोंडा शहर में 29 अक्टूबर 2005 को यह हादसा हुआ था। हैदराबाद से कुर्नूल जा रही एक पैसेंजर ट्रेन पानी में गिर गई थी। यहां बाढ़ आई थी। पानी इतना ज्यादा था कि, ट्रेन पटरी से उतर गई। इस हादसे में 114 लोगों की मौत हुई वहीं 200 से अधिक लोग घायल हुए।
ज्ञानेश्वरी ट्रेन एक्सीडेंट :
साल 2010 में ज्ञानेश्वरी ट्रेन एक्सीडेंट माओवादियों के कारण हुआ था। मिदनापुर जिले में यह ट्रेन पटरी से उतर गई थी क्योंकि माओवादियों ने ट्रेक को बम से उड़ा दिया था। ट्रेक हटने के कारण 13 डिब्बे पटरी से उतर गए थे। इस हादसे में 148 लोगों की मौत हुई वहीं 200 ऐसे अधिक लोग घायल हुए थे।
इंदौर - पटना ट्रेन एक्सीडेंट :
साल 2016 में इंदौर - पटना एक्सप्रेस, कानपुर के पुखरावां में हादसे का शिकार हो गई थी। इसमें 120 लोगों की मौत हुई थी। वहीं 200 से अधिक लोग घायल हुए थे। रेल ट्रेक में खराबी के कारण यह हादसा हुआ था।
बालासोर ट्रेन एक्सीडेंट :
बालासोर ट्रेन एक्सीडेंट, 2 जून 2023 को हुए इस हादसे में 296 लोगों की जान गई थी। 1200 लोग इस हादसे में बुरी तरह बघायल हुए थे। बालासोर के बहानगा बाजार स्टेशन पर कोरोमंडल एक्सप्रेस मालगाड़ी से टकरा गई थी। इस ट्रेन के कुछ डिब्बे पटरी से उतर गए और फिर यशवंतपुर हावड़ा एक्सप्रेस से टकरा गए। यह हादसा मानवीय चूक के कारण हुआ था।