ज्यादा देर तक मोबाइल फोन देखने से ये बीमारी बना सकती हैं शिकार, हो जाएं अलर्ट

आप जानते है इस प्रकार मोबाइल चलाने की आदत कई गंभीर बीमारियों को जन्म देती है इसमें ही शामिल है सर्वाइकल पेन की बीमारी

Update: 2024-05-19 16:19 GMT

Side Effects of mobile phone: मौजूदा लाइफस्टाइल ने सबको बदल के रख दिया है बात कर तो आजकल के बच्चे इनडोर गेम्स और मोबाइल फोन के आदि हो गए है वो जमाना गया जब बच्चे गिल्ली- डंडा क्रिकेट के दीवाने हुआ करते थे और अपनी गली के बेस्ट क्रिकेटर भी। वर्तमान में बच्चे इंजॉय करने के नाम पर घंटों मोबाइल फोन पर बिता देतें है और बेखबर बस मोबाइल की गिरफ्त में नजर आते है।

माता पिता थमाते है फोन

इसके जिम्मेदार बच्चे के माता-पिता होते है जो अपने काम को पूरा करने के लिए बच्चों के परेशान करने पर मोबाइल फोन थमा देते है। इधर बच्चा मोबाइल फोन में रमा रहता है खाने से लेकर कोई काम वह मोबाइल के बिना नहीं कर पाता और उसकी यह जिद सेहत पर असर डालती हैं । इस प्रकार क्या आप जानते है इस प्रकार मोबाइल चलाने की आदत कई गंभीर बीमारियों को जन्म देती है इसमें ही शामिल है सर्वाइकल पेन की बीमारी, चलिए अच्छी तरह समझते है।

बच्चों ही नहीं युवाओं में सर्वाइकल पेन का असर

बच्चों के अलावा बड़ों में भी मोबाइल फोन चलाने की आदत सेहत पर असर डालती हैं। बच्चों में इन दिनों मोबाइल फोन की खराब लत से सर्वाइकल पेन नामक बीमारी पनपी है जिसकी वजह से बच्चे बीमार पड़ रहे हैं। इस बीमारी का कारण बच्चे एक ही पोजिशन में बैठे रहते है आमतौर पर पहले यह बीमारी 50 से ज्यादा उम्र वाले लोगों में देखने के लिए मिलती थी लेकिन अब यह गंभीर बीमारी बच्चों में दिखाई देती है।सर्वाइकल पेन का असर होने का कारण बच्चे मोबाइल यूज करते वक्त बैठने की पोजीशन पर ध्यान नहीं देते हैं। घंटों तक एक ही पोजीशन में बैठे रहते हैं जिसकी वजह से रीढ़ की हड्डी पर प्रेशर पड़ता है। इस बीमारी में इससे लिगामेंट स्प्रेन का खतरा बढ़ जाता है।

सर्वाइवल पैन के लक्षण जानिए आप 

बच्चों में नजर आने वाली सर्वाइकल पेन बीमारी के लक्षण यह सामने आते हैं आईए जानते हैं..

- बच्चा हमेशा थका हुआ महसूस करता हो

- सिर दर्द की शिकायत करता हो

- पीठ में दर्द से परेशान रहता हो

- मूड चिड़चिड़ा और एग्रेसिव बिहेवियर

जानिए मोबाइल देखने से क्या होती है बीमारियां 

आंखों की रोशनी कमजोर होना

मायोपिया जैसी आंखों की बीमारी

ओवर वेट की प्रॉब्लम

ऐसे छुड़ाएं मोबाइल फोन की आदत

यहां पर बच्चों में मोबाइल फोन की आदत को छुड़ाना बहुत जरूरी होता है नहीं तो डिप्रेशन और एंग्जाइटी जैसे गंभीर बीमारियों के शिकार हो सकते है। आइए जानते हैं इन उपायों को।

घर पर इन जगहों पर मोबाइल के लिए रोके 

घर में आप अगर अपने बच्चे के मोबाइल फोन की लत से परेशान है तो आप उसे सीमित करने के लिए घर के कुछ हिस्से बेडरूम, खाना खाने की टेबल पर मोबाइल फोन ले जाने देने से मना करे क्योंकि अक्सर ऐसा होता है बच्चे मोबाइल फोन लेकर चले जाते है जिसका असर बच्चों की सेहत पर ही पड़ता है। 

2-  नई एक्टीविटीज से बच्चों का भटकाएं ध्यान

आप मोबाइल फोन से दूर करने के लिए नई एक्टीविटीज अपना सकते है इसके लिए आप बच्चों को खेलकूद और क्रिएटिवटी से जुड़ी चीजों के प्रति रुचि जगाएं। साथ ही बच्चों के साथ ही आप आउटडोर गेम्स, जैसे क्रिकेट, फुटबॉल खेलें ताकि बच्चें को बाहर की गतिविधियों में भी रूचि रहें।

3- स्क्रीन टाइम बांट ले

बच्चा अक्सर फोन में ही लगा रहता है तो आप आदत को छुड़ाने के लिए बच्चे का मोबाइल स्क्रीन टाइम सेट कर लें ध्यान रहें आपको यदि अपने बच्चे के फोन को सीमित करना है तो खुद के फोन चलाने का समय भी निर्धारित करना पड़ेगा क्योंकि बच्चा जो देखता है वही सीखता है। 

4- बच्चे के साथ करें बॉन्डिंग

अगर आपका बच्चा मोबाइल की दुनिया में खोया हुआ है तो आप उसका ध्यान सही जगह लाने के लिए उसके साथ बॉन्डिंग रखना सीखें। ये चीजें फिर भी जीवन का हिस्सा है लेकिन अपने बच्चे के साथ बॉन्ड बनाने के लिए समय निकालना जरूरी है। अक्सर बच्चे अकेलेपन से बचने के लिए अपने स्मार्टफोन पर निर्भर हो जाते हैं।

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