रैगिंग या थर्ड डिग्री टॉर्चर?: केरल में सरकारी नर्सिंग कॉलेज के सीनियर्स की हैवानियत से कांप उठी इंसानियत!
केरल: कोट्टायम के सरकारी नर्सिंग कॉलेज में रैगिंग की एक बेहद क्रूर घटना सामने आई है, जिसने सभी को झकझोर कर रख दिया है। इस घटना में पांच सीनियर छात्रों ने फर्स्ट ईयर के तीन स्टूडेंट्स के साथ ऐसी अमानवीय हरकतें कीं हैं जो काफी डरावनी हैं।
घटनाएं पिछले साल 16 नवंबर को शुरू हुईं और इस साल 10 फरवरी तक जारी रहीं। तिरुवनंतपुरम के रहने वाले तीनों छात्र अपने भविष्य के सपने लेकर कॉलेज पहुंचे थे, लेकिन उनके साथ हुई ये बर्बरता अब सभी को झकझोर रही है।
इन्हीं छात्रों में से एक ने आरोप लगाया है कि रैगिंग की शुरुआत सीनियर्स द्वारा उसके खाते में जी-पे के पैसे जमा करने की धमकी देने से हुई। बाद में, उन्होंने कथित तौर पर इन्हीं छात्रों में से एक शिकायतकर्ता की गर्दन पर चाकू रख दिया क्योंकि वह सीनियर्स का "सम्मान" नहीं करता था।
एफआईआर के अनुसार, 13 दिसंबर, 2024 की रात को आरोपी छात्रों के कमरे में घुस गए और उसे खाट पर लेटने के लिए मजबूर किया। उन्होंने कथित तौर पर उसके पैर और हाथ कपड़े से बांध दिए और धारदार हथियार से उस पर घाव करने से पहले उसके शरीर पर लोशन डाला। कथित तौर पर एक अन्य छात्रा को यातना का वीडियो बनाने के लिए मजबूर किया गया। यह भी आरोप है कि आरोपियों ने शिकायतकर्ताओं में से एक के निजी अंगों को घायल करने के लिए डंबल का इस्तेमाल किया।
जनवरी में, आरोपियों ने एक जूनियर से पैसे मांगे - पुलिस का कहना है कि इसका अधिकांश हिस्सा शराब खरीदने में इस्तेमाल किया गया - और जब उसने मना कर दिया, तो उसे एक सीनियर के कमरे में "रिपोर्ट" करने के लिए कहा गया, जिसने उसे रात भर घुटनों के बल खड़ा रखा और उसके चेहरे पर थप्पड़ मारे।
पुलिस की कार्रवाही
कोट्टायम में पुलिस ने सरकारी नर्सिंग कॉलेज के इन पांच छात्रों को गिरफ्तार किया है। कॉलेज के प्रथम वर्ष के छात्रों ने पुलिस से शिकायत की थी कि पिछले दो महीनों में रैगिंग के नाम पर उन्हें किस तरह की यातनाओं का सामना करना पड़ा।
छात्रों पर बीएनएस और केरल रैगिंग निषेध अधिनियम की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और उन्हें बुधवार को अदालत में पेश किया जाएगा। पुलिस ने बताया कि वे वायनाड, मलप्पुरम और कोट्टायम के रहने वाले हैं।