नईदिल्ली। भारतीय युवा गोल्फर अदिति अशोक टोक्यो ओलंपिक में पदक जीतने से चूक गईं। वह महिला व्यक्तिगत स्ट्रोक प्ले में चौथे स्थान पर रहीं।अदिति शुरुआत से ही लगातार दूसरे और तीसरे स्थान पर बनी रहीं, जिसे देखकर उनसे पदक की उम्मीदें बढ़ गई थीं। हालांकि अंतिम समय आते-आते वो संयुक्त रूप से तीसरे और फिर चौथे स्थान पर खिसक गईं।
अदिति अशोक ने अपने आखिरी शॉट में बर्डी हासिल करने की कोशिश की, लेकिन वह नाकाम रहीं। केवल एक स्ट्रोक ने उनसे ऐतिहासिक पदक छीन लिया। अमेरिका की नैली कोर्दा ने स्वर्ण पदक जीता। अब रजत और कांस्य पदक के लिए जापान की मोनी इनामी और न्यूजीलैंड की लेडिया को के बीच होगा मुकाबला।
रचा इतिहास -
अदिति भले ही टोक्यो ओलंपिक में पदक के बेहद करीब आकर चूक गईं हों लेकिन उन्होंने इतिहास रच दिया है। अदिति ऐसी खिलाड़ी बन गई हैं, जिनके यहाँ तक पहुंचने के बारे में शायद भारतीय ओलंपिक दल के अधिकारियों ने भी नहीं सोचा होगा।बता दें कि अदिति के अलावा अब तक किसी भी दूसरी भारतीय महिला गोल्फ खिलाड़ी ने दो बार ओलंपिक में क्वालीफाई नहीं किया है।