नई दिल्ली। पाकिस्तान ने प्रधानमंत्री इमरान खान की घोषणा से उलट भारत को जानकारी दी है कि शुक्रवार को उसके यहां करतापुर साहिब दर्शन के लिए जाने वाले तीर्थयात्रियों को भी 20 डॉलर (1420 रुपये) की फीस देनी होगी।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक नवम्बर को ट्वीट कर कहा था कि करतारपुर गलियारे के उद्घाटन वाले दिन यानी नौ नवम्बर को किसी भी भारतीय तीर्थयात्री को शुल्क नहीं देना होगा। इसके अलावा उन्होंने कहा था कि भारत से आने वाले सिख तीर्थयात्रियों को करतारपुर आने के लिए अब पासपोर्ट की भी जरूरत नहीं होगी।
इमरान खान के सिख तीर्थयात्रियों को पासपोर्ट के बिना यात्रा करने देने के फैसले को पाकिस्तानी सेना ने पहले ही खारिज कर दिया है। वहीं सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान ने आज आधिकारिक चैनल से भारत को यह जानकारी दी है कि पहले दिन नौ नवम्बर को भी करतापुर साहिब जाने वाले प्रत्येक तीर्थ यात्री को 20 डॉलर की फीस देनी होगी।
वहीं भारत ने गुरुवार को पाकिस्तान स्थित करतापुर साहिब जाने से जुड़ी पासपोर्ट अनिवार्यता पर पाकिस्तान की ओर से आ रहे अगल-अलग बयानों पर आपत्ती व्यक्त की थी। भारत ने कहा कि दोनों देशों के बीच हुए करार के प्रावधानों के तहत श्रद्धालु करतापुर साहिब वैध पासपोर्ट या प्रवासी भारतीयों के लिए निर्धारित ओआईसी कार्ड के माध्यम से ही कर पाएंगे।
विदेश मंत्रालय ने कहा था कि पाकिस्तान को करतापुर साहिब पर समझौता करते समय ही गंभीरता दिखानी चाहिए थी। अब अलग से घोषणाएं करना सही नहीं है। इसको लेकर असंमजस की स्थिति पैदा हो रही है। भारत एमओयू के अंतर्गत तय यात्रा से जुड़ी नियम-प्रक्रिया को ही स्वीकार करता है।