प्रधानमंत्री, ने विपक्ष को घेरा, कहा- कोरोना के बाद यूक्रेन संकट पर कर रहे राजनीति
प्रधानमंत्री ने वाराणसी में की जनसभा
नईदिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय हितों से जुड़े गंभीर विषयों में भी राजनीति स्वार्थ तलाश रहे विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुये कहा कि कोरोना के बाद अब यूक्रेन मुद्दे पर भी घोर परिवारवादी राजनीति कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री शनिवार को उत्तर विधानसभा चुनाव के सातवें चरण के लिये वाराणसी (ग्रामीण) में अपनी अंतिम जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुये कहा कि सूबे की जनता घोर परिवारवादियों को पूरी तरह नकार चुकी है। छह चरणों में मिले जनता के समर्थन का हवाला देते हुये विश्वास व्यक्त किया कि उप्र में भाजपा एक बार फिर सरकार बनाएगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने दशकों से शायद ऐसा चुनाव नहीं देखा होगा। ऐसा चुनाव जब सरकार अपने काम पर, अपनी ईमानदार छवि पर, भेदभाव और पक्षपात रहित विकास पर और सुधरी हुई कानून व्यवस्था के दम पर जनता-जनार्दन का आशीर्वाद मांग रही हो। उन्होंने कहा कि उप्र के लोग, उप्र को गुंडागर्दी, मनचले, माफिया, भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद, अवैध कब्जे देने वाली घोर परिवारवादियों को पूरी तरह नकार चुके हैं।
उन्होंने कहा कि 21वीं सदी का ये तीसरा दशक पूरी दुनिया के लिए नई चुनौतियां, अभूतपूर्व संकट लेकर आया है लेकिन भारत ने तय किया है कि इस अभूतपूर्व संकट और चुनौतियों को हम अवसर में बदलेंगे। ये संकल्प देश के 130 करोड़ नागरिकों का है। उन्होंने संकट के समय एकजुट होकर समस्या का समाधान तलाशने को गांवों की शक्ति बताते हुये कहा कि देश के सामने कोई चुनौती आती है तो ये घोर परिवारवादी इसमें भी राजनीतिक हित ढूंढते रहते हैं। उन्होंने कहा कि ये हमने कोरोन के दौरान भी देखा और आज यूक्रेन संकट के दौरान भी अनुभव कर रहे हैं। अंधविरोध, निरंतर विरोध, घोर निराशा, नकारात्मकता यही इनकी राजनीतिक विचारधारा बन चुकी है।
सपा पर हमला जारी रखते हुये प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि घोर परिवारवादियों की सोच यही है कि जो देश के लिए अच्छा हो, उसे वो पसंद ही नहीं करते हैं। हमने स्वच्छ भारत मिशन शुरू किया, 10 करोड़ से ज्यादा शौचालय बनाए। इससे गांव के गरीब, दलित, पिछड़े परिवार की बहनों को सबसे अधिक हुआ। ये महलों में रहने वालों को पता नहीं है, अगर घर में शौचालय नहीं है तो एक गरीब मां कितनी तकलीफ उठाती है उनको पता नहीं है।
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस और सपा पर हमला करते हुये कहा कि घोर परिवारवादी वोकल फॉर लोकल से भी चिढ़ते हैं। पूरी दुनिया में आज योग और आयुर्वेद की धूम मची है, लेकिन ये घोर परिवारवादी योग का नाम लेने से भी बचते हैं। कांग्रेस तो इससे भी आगे है, जो खादी एक जमाने में कांग्रेस की पहचान होती थी, वो उस खादी को भूल गए। मोदी ने खादी को अंतरराष्ट्रीय ब्रान्ड बना दिया, तो कांग्रेस को खादी बोलने में दिक्कत हो रही है।
उन्होंने कहा कि पांच साल पहले बनारस मंडल में करीब-करीब 90 करोड़ खादी की बिक्री एक वर्ष में होती थी। आज 170 करोड़ रुपये से ज्यादा ये खादी हमारे इस मंडल में बनती है और बिकती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत दो साल से 80 करोड़ से अधिक गरीब, दलित, पिछड़े, आदिवासी परिवारजनों को मुफ्त राशन उपलब्ध करा रहा है। इस काम को देखकर पूरी दुनिया हैरान है। उन्होंने कहा वाराणसी में छोटे किसानों को 450 करोड़ रुपये की किसान सम्मान निधि प्रदान की गई है।प्रधानमंत्री ने उप्र में शांतिपूर्ण मतदान के लिए प्रदेश की जनता, प्रशासन और पुलिस का आभार व्यक्त किया।