नईदिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को भगवान जगन्नाथ रथयात्रा के अवसर पर देशवासियों के बधाई दी है। उन्होंने कामना की है कि प्रभु जगन्नाथ के आशीर्वाद से देशवासियों का जीवन सुख, समृद्धि और स्वास्थ्य से परिपूर्ण बना रहे।
राष्ट्रपति कोविन्द ने ट्वीट कर कहा, भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के शुभ अवसर पर सभी देशवासियों, विशेष रूप से ओडिशा में सभी श्रद्धालुओं को मेरी हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। मैं कामना करता हूँ कि प्रभु जगन्नाथ के आशीर्वाद से सभी देशवासियों का जीवन सुख, समृद्धि और स्वास्थ्य से परिपूर्ण बना रहे।
उपराष्ट्रपति ने दी शुभकामना -
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने ट्वीट कर कहा, रथ यात्रा के पावन अवसर पर मेरी ओर से हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं! भगवान जगन्नाथ की पुरी रथ यात्रा ओडिशा और पूरे भारत के भक्तों के लिए सबसे सम्मानित और बहुप्रतीक्षित त्योहारों में से एक है।उन्होंने कहा, वास्तव में भगवान जगन्नाथ - 'ब्रह्मांड के भगवान' के नाम को दर्शाते हुए, यात्रा अपनी भव्यता और भव्यता में देवताओं को ले जाने वाले शानदार 'रथों' के साथ अद्वितीय है। रथयात्रा से जुड़े पवित्र और महान आदर्श हमारे जीवन को शांति, खुशी और अच्छे स्वास्थ्य से समृद्ध करें।
प्रधानमंत्री ने दी बधाई -
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, रथ यात्रा के विशेष अवसर पर सभी को बधाई। हम भगवान जगन्नाथ को नमन करते हैं और प्रार्थना करते हैं कि उनका आशीर्वाद सभी के जीवन में अच्छा स्वास्थ्य और समृद्धि लाए। जय जगन्नाथ।
ये है रथयात्रा का महत्व -
उल्लेखनीय है कि धार्मिक मान्यातओं के अनुसार, रथयात्रा निकालकर भगवान जगन्नाथ को प्रसिद्ध गुंडिचा माता के मंदिर लेकर जाया जाता है। यहां पर भगवान अगले सात दिनों तक विश्राम करते हैं। इसके बाद भगवान जगन्नाथ की वापसी के लिए यात्रा शुरू होती है। भगवान की इसी यात्रा को देशभर में विशेषकर ओडिशा में एक पर्व के रुप में मनाया जाता है।कोरोना के चलते पिछले साल की तरह इस साल भी सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार रथ यात्रा ओडिशा के केवल पुरी इलाके में, वह भी सीमित दायरे में ही निकाली जा रही है। सामान्य परिस्थितियों में यह यात्रा बड़ी धूमधाम से पूरे ओडिशा में निकाली जाती है। देश के अन्य हिस्सों में भी कोरोना के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए यात्रा को भव्यता के साथ निकाला जा रहा है।