Tamil Anthem Controversy: चेन्नई में तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि के खिलाफ प्रदर्शन, जानिए क्या है पूरा मामला
Tamil Anthem Controversy : चेन्नई। तमिल गीत विवाद मामले को लेकर द्रविड़ विदुथलाई कझगम कार्यकर्ता शनिवार 19 अक्टूबर को राज्यपाल आरएन रवि के खिलाफ चेन्नई में प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने राज्यपाल पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह हमारे वेल्लालर पर भगवा रंग पोत रहे हैं। वह तमिल गान के एक खास हिस्से को हटाना चाहते हैं।
तमिल लोगों के हितों के खिलाफ काम कर रहे राज्यपाल
चेन्नई में राज्यपाल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे एक प्रदर्शनकारी ने बताया कि, हम राज्यपाल के खिलाफ अपना विरोध जताने के लिए यहां एकत्र हुए हैं। वह लगातार तमिल लोगों के हितों के खिलाफ काम कर रहे हैं।
प्रदर्शनकारी ने आगे कहा कि, वह पेरियार, अन्ना, अंबेडकर और कामराजन जैसे शब्दों को बोलने से इनकार कर रहे हैं। वह हमारे वेल्लालर पर भगवा रंग पोत रहे हैं, जिन्होंने अपना पूरा जीवन सनातन धर्म और हमारे समाज में जातिगत असमानता के खिलाफ आध्यात्मिक तरीके से काम किया। वह तमिल गान के एक खास हिस्से को हटाना चाहते हैं।
ये है पूरा मामला
दरअसल, बीते दिन दूरदर्शन तमिल के हिंदी माह समापन समारोह से शुरू हुआ। इस कार्यक्रम में सिंगर तमिलगान की एक लाइन 'थेक्कनमम आदिल सिरंथा द्रविड़ नाल थिरु नादुम' गाना भूल गए। इस कार्यक्रम में राज्यपाल रवि भी मौजूद थे। इसके बाद विवाद शुरू हो गया।
CM एमके स्टालिन (CM MK Stalin) ने PM मोदी से राज्यपाल को हटाए जाने की मांग की है। CM ने उन्हें आर्यन कहा। उन पर देश और तमिलनाडु की एकता का अपमान करने का आरोप भी लगाया। इस पर राज्यपाल आरएन रवि ने CM स्टालिन पर पलटवार करते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण रूप से घटिया हरकत है। इससे मुख्यमंत्री के संवैधानिक पद की गरिमा कम होती है।
सीएम और गवर्नर के बीच ट्विटर वॉर
CM स्टालिन ने X पर लिखा कि द्रविड़ एलर्जी से पीड़ित राज्यपाल राष्ट्रगान से भी इस शब्द को हटवाएंगे। सरकार को तुरंत राज्यपाल को वापस बुलाना चाहिए, जो जानबूझकर तमिलनाडु और यहां के लोगों की भावनाओं का अपमान कर रहे हैं।
इस पोस्ट के जवाब में राज्यपाल रवि ने लिखा- CM ने मेरे खिलाफ नस्लवादी टिप्पणी की है और तमिलगान के अपमान का झूठा आरोप लगाया है। इससे मुख्यमंत्री के पद की गरिमा कम होती है। वे इस मुद्दे को लेकर जनता के बीच पहुंच गए, इसलिए मैं जवाब देने के लिए मजबूर हूं।
गवर्नर रवि की पोस्ट पर CM स्टालिन ने जवाब देते हुए लिखा- अगर आप वाकई तमिलगान को पूरी श्रद्धा से गा रहे थे, तो उसी समय आपने आपत्ति क्यों नहीं उठाई, जब यह मंच पर पूरा नहीं गाया गया। उन्होंने कहा- अगर संवैधानिक पद पर बैठा व्यक्ति सांप्रदायिक गिरोह की कठपुतली बन जाता है और तमिल भूमि में सांप्रदायिक विचारों के बीज बोने का इरादा रखता है, तो तमिलनाडु के लोग इस विचार पर पानी फेर देंगे।