भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि वर्ष 2024 तक मध्यप्रदेश के हर गरीब को छत उपलब्ध कराना हमारा लक्ष्य है। जिनके पास जमीन का टुकड़ा है पट्टा नहीं है उनको पट्टा देकर जमीन का मालिक बनाएंगे और किसी बड़े शहर में ऐसी दिक्कत है तो मल्टी स्टोरी बनाकर उसे फ्लैट का मालिक बनाएंगे।
मुख्यमंत्री चौहान शनिवार को खंडवा में प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत सहायता राशि वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत प्रदेश के एक लाख 29 हजार 292 हितग्राहियों को 627 करोड़ रुपये की राशि का सिंगल क्लिक के माध्यम से वितरण किया। इसके साथ ही उन्होंने योजना के तहत नवीन आवासों का वचुर्अली भूमिपूजन करने के बाद हितग्राहियों से संवाद भी किया।
पीएम आवास योजना-
चौहान ने कहा कि हमारा ध्येय समावेशी विकास है। केवल ग्रोथ रेट का बढ़ना विकास नहीं है, गरीब की बुनियादी जरूरतें पूरी होनी चाहिये। आज खंडवा में पीएम आवास योजना के अंतर्गत 1,29,292 हितग्राहियों के बैंक खातों में 627 करोड़ रुपये का सिंगल क्लिक से वितरण और 50 हजार नवीन आवासों का भूमिपूजन किया।
कर्मभूमि खंडवा को मेरा प्रणाम
उन्होंने कहा कि दादाजी धूनीवाले की भूमि, संत सिंगाजी की भूमि, दादा माखनलाल चतुर्वेदी जी की कर्मभूमि खंडवा को मेरा प्रणाम है। यह किशोर दा और दादा मुनि अशोक कुमार जी की भी भूमि है। खंडवा के इस रवींद्र भवन का नाम किशोर दा के नाम पर रखा जाएगा। टंट्या मामा की भूमि पर भी आज़ादी के अमृत महोत्सव पर भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। मैं किशोर कुमार जी के गीत रुक जाना नहीं, तू कहीं हार के, कांटों पर चलके मिलेंगे साये बहार के... को गुनगुनाया करता हूं। कोविड-19 काल में मुझे इस गीत से बहुत प्रेरणा मिली।
1.29 लाख हितग्राहियों को शुभकामनाएँ -
मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीबों और किसानों को भी विकास में स्थान मिलना चाहिये। भाजपा का यह मानना है कि जब तक गरीब का विकास न हो, उसे बुनियादी सुविधाएं न मिलें, तो विकास अधूरा है। इसलिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमने अनेक योजनाएं प्रारम्भ की हैं। आज प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के समस्त 1.29 लाख हितग्राहियों को शुभकामनाएँ देता हूं जो अपना गृह प्रवेश कर रहे हैं या उनके घरों का भूमिपूजन हो रहा है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा, हमारा लक्ष्य है कि हर गरीब को अपनी ज़मीन और रहने के लिए मकान दिया जाए। हम गरीबों के लिए बुनियादी सुविधाओं के साथ पढ़ाई, स्वास्थ्य सुविधाओं और रोज़गार का इंतज़ाम कर रहे हैं। अवैध कॉलोनियों को वैध करने का निर्णय हमने लिया है। हम उन्हें अंधेरे में नहीं छोड़ सकते, बिल्डर्स को भी नियमों का पालन करने हेतु बाध्य किया। हमारे शहर स्वच्छ, सुंदर हों और सभी बुनियादी सुविधाओं से युक्त हों तथा रोजगारयुक्त हों। शहरों का चतुर्दिक विकास और गरीबों का विकास होगा। सभी शहरों में दीनदयाल रसोई होगी, ताकि गरीबों को सस्ता भोजन मिल जाये।