पूरी शिद्द्त से जनता की जिंदगी बचाने के महाभियान में जुट जाएं : मुख्यमंत्री
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में 46 लाख लोग सेकंड डोज के लिए ड्यू हो रहे हैं और अगर उन्होंने निश्चित समय सीमा में दूसरा डोज़ नहीं लगवाया तो पहला डोज़ भी प्रभावी नहीं रहेगा और हमारा प्रयास विफल हो जाएगा। यह जिंदगी का डोज़ है, जो मोदी जी दे रहे हैं। इसीलिए पूरी सिद्दत, पूरी गंभीरता से जनता की जिंदगी बचाने के इस महाभियान में आप सब जुट जाएं, ताकि वैक्सीनेशन का काम आदर्श तरीके से पूरा करके हम अपनी जनता की जिंदगी को सुरक्षित कर सकें।
मुख्यमंत्री चौहान मंगलवार को ऑडियो ब्रिज के माध्यम से मध्य प्रदेश में 25 एवं 26 अगस्त को चलाए जाने वाले दो दिवसीय वैक्सीनेशन महाअभियान के संदर्भ में क्राइसिस मैनेजमेंट के सदस्यों, सांसदों, विधायकों, अधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर एक्टिव रहें। प्रचार-प्रसार सामग्री का ठीक से उपयोग हो। वैक्सीनेशन सेंटर पर सभी आवश्यक सुविधाएं होंगी, बरसात को ध्यान में रखकर व्यवस्था करें।
एक-एक बूंद का सही उपयोग -
उन्होंने कहा कि जैसे पिछली बार टीकाकरण महाअभियान के दौरान उत्सव जैसा वातावरण बनाया था, वैसा इस बार भी बने। ये सुनिश्चित करें कि वैक्सीन की एक-एक बूंद का सही उपयोग हो। कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करें, ये सुनिश्चित करें। दिव्यांग, बुजुर्ग को विशेष टीम लगाकर टीकाकरण केंद्र तक वाहनों से ला सकते हैं। मेरी अपील है कि पूरी सिद्दत, पूरी गंभीरता से जनता की जिंदगी बचाने के इस महाभियान में आप सब जुट जाएं। जनता की जिंदगी को सुरक्षित करने से बड़ा पुण्य का कार्य कोई और नहीं है।
टीकारण का उत्कृष्ट उदाहरण -
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पिछली बार हमने तीन पुरस्कार फर्स्ट, सेकंड और थर्ड बेहतर काम करने वाले जिलों को दिए थे। इस बार भी बेहतर काम करने वाले जिलों को ये तीन पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। मुझे विश्वास है कि आप सबके सहयोग से वैक्सीनेशन महाअभियान एक बार फिर सफलता के नए रिकॉर्ड स्थापित करेगा और जन भागीदारी का मध्य प्रदेश मॉडल पूरे देश में टीकारण का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करेगा। इसी संकल्प के साथ आप टीकाकरण के इस अभियान में जुटें।
कोरोना का टीका जीने का सलीका -
उन्होंने कहा कि टीकाकरण महाअभियान के दूसरे चरण को सफल बनाने के लिए घर-घर जाकर ग्राम पंचायत, सांसद, विधायक संपर्क करें। गांवों में डोंडी पिटवाई जाये और शहरों में माइक से अनाउंसमेंट करें। जागरूकता के लिए सोशल मीडिया का अधिक से अधिक उपयोग करें। कोरोना का टीका जीने का सलीका है। टीकाकरण और अनुकूल व्यवहार ऐसे दो अस्त्र हैं, जिनके माध्यम से हम तीसरी लहर के असर को नगण्य कर सकते हैं। यह सेकंड अभियान इसीलिए है कि लोग टीकाकरण करवाना भूल न जाएं, जागरूक रहें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 9वीं तक हमारे स्कूल खुल गए हैं और बाद में भी भगवान की कृपा रहे और तीसरी लहर न आए तो हम बाकी स्कूल खोलने की दिशा में भी कदम बढ़ाएंगे। इसलिए स्कूल स्टाफ, 18 साल और उससे अधिक उम्र के छात्र-छात्राओं और जिन्हें अभी तक टीका नहीं लगा है, उनका भी वैक्सीनेशन सुनिश्चित करना है।