गृहमंत्री मिश्रा की चेतावनी का हुआ असर, डिजाइनर सब्यसाची ने हटाया विज्ञापन
भोपाल। गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा की चेतावनी के बाद फैशन डिजाइनर सब्यसाची मुखर्जी ने मंगलसूत्र का विवादित विज्ञापन हटा दिया है, साथ ही अपनी गलती के लिए दुख भी व्यक्त किया है। डिजाइनर सब्यसाची मुखर्जी ने ट्वीट के माध्यम से कहा कि इस विज्ञापन से समाज में एक वर्ग को पीड़ा पहुंची है। इसके लिए मुझे गहरा दुख है।
एक दिन पहले यानी रविवार को गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने मंगलसूत्र के विवादित विज्ञापन को लेकर फैशन डिजाइनर सब्यसाची मुखर्जी को कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी थी। उन्होंने ट्वीट के जरिए कहा था कि सब्यसाची मुखर्जी के मंगलसूत्र का विज्ञापन बेहद आपत्तिजनक और मन को आहत करने वाला है। अगर 24 घंटे में आपत्तिजनक विज्ञापन नहीं हटाया तो सब्यसाची मुखर्जी के खिलाफ केस रजिस्टर्ड कर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
एफआईआर की चेतावनी -
गृह मंत्री डॉ. मिश्रा का कहना था कि आभूषणों में सर्वाधिक महत्व धार्मिक दृष्टि से मंगलसूत्र का ही है। हम मानते हैं कि मंगलसूत्र का पीला हिस्सा माँ पार्वती हैं और काला हिस्सा भगवान शिव हैं। मां पार्वती की कृपा से वैवाहिक जीवन सुखमय बना रहता है। मुझे इस बात को लेकर बेहद आपत्ति है कि तमाम चेतावनी के बाद भी हिंदू धर्म और उसके प्रतीकों के साथ छेड़छाड़ की सुनियोजित प्रक्रिया जारी है, जो बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अगर हिम्मत है तो किसी दूसरे धर्म पर इस प्रकार का विज्ञापन बनाकर दिखाएं। उन्होंने कहा कि अगर 24 घंटे में विज्ञापन नहीं हटाया गया तो दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी।
ये है विवाद -
दरअसल, सब्यसाची मुखर्जी ने मंगलसूत्र के विज्ञापन में अर्ध-नग्न मॉडल को दिखाया था, जिसका सोशल मीडिया यूजर्स ने कड़ा विरोध किया था। विज्ञापन को लेकर कई धार्मिक एवं सामाजिक संगठनों और महिलाओं ने भी विरोध कर माफी मांगने को कहा था। गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने सोमवार को ट्वीट के माध्यम से कहा है कि फैशन डिजाइनर सब्यसाची मुखर्जी ने मंगलसूत्र के विज्ञापन को हटा लिया है, इसलिए अब इस मामले का पटाक्षेप हो चुका है। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि हिंदू धर्म के साथ खिलवाड़ करने वाले ऐसे कृत्य को हम सब्यसाची और डाबर कंपनी की पहली बार की भूल मान रहे हैं। अगर आगे दोबारा ऐसा हुआ तो चेतावनी नही,सीधे कार्रवाई होगी।