कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग पहुंचे को-वैक्सीन की ट्रायल प्रक्रिया का जायजा लेने
भोपाल।राज्य सरकार कोरोना की रोकथाम के लिये भरसक प्रयास कर रही है, जिससे मध्यप्रदेश राज्य रिकवरी रेट में 16वें स्थान पर हैं। मध्यप्रदेश में ऑक्सीजन और बिस्तरों सहित किसी भी प्रकार की कमी नहीं है। सरकार ने लगातार प्रयास कर राज्य में सुविधाओं का विस्तार किया है। इसी क्रम में अब कोविड वेक्सीन की ट्रायल भी प्रारंभ की गई है, जिसमें आमजन की जागरूकता भी दिख रही है।ये बात चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कही।
वह कोरोना वैक्सीन की ट्रायल प्रक्रिया का जायजा लेने पीपुल्स अस्पताल पहुंचे। उन्होंने ट्रायल प्रक्रिया का जायजा लिया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।उन्होंने स्व-प्रेरणा से वेक्सीन लगवाने आ रहे लोगों से चर्चा की और उनकी जागरूकता की सराहना की।पीपुल्स अस्पताल में चल रहे कोवैक्सीन ट्रायल के लिए अब तक 35 लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया। जिनका वेक्सीनेशन किया जा रहा है।मंत्री सारंग ने जानकारी देते हुए बताया की जल्द ही गाँधी मेडिकल कॉलेज में भी वेक्सीनेशन का ट्रायल शुरू होगा।बता दें की भारत का पहला स्वदेशी वैक्सीन विकसित किया गया है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद की गाइड-लाइन के अनुसार भारत बॉयोटेक द्वारा निर्मित यह वेक्सीन कोविड की रोकथाम के लिये उपयोगी रहेगी।