नरेंद्र सिंह तोमर मप्र विधानसभा अध्यक्ष चुने गए, कांग्रेस ने भी दिया अपना समर्थन
भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा को नया अध्यक्ष मिल गया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री व भाजपा विधायक नरेंद्र सिंह तोमर को 16 वीं विधानसभा का निर्विरोध अध्यक्ष चुन लिया गया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, प्रोटेम स्पीकर गोपाल भार्गव सहित सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं ने उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।
16 वीं विधानसभा के विशेष सत्र के तीसरे दिन बुधवार को सुबह 11 बजे विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई। इसके बाद प्रोटेम स्पीकर गोपाल भार्गव ने विधानसभा अध्यक्ष के निर्वाचन की प्रक्रिया पूरी कराई, जिसमें सर्वसम्मति से नरेंद्र सिंह तोमर को विधानसभा का अध्यक्ष चुना गया। उनके नाम का प्रस्ताव मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव समेत सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों ने रखा था। निर्वाचन की प्रक्रिया पूरी होने पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उन्हें बधाई देते हुए कहा कि नरेंद्र सिंह के अध्यक्ष बनने पर सदन की गरिमा और भी गौरवान्वित होगी। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने भी उन्हें शुभकामनाएं दी हैं। सिंघार ने कहा कि इतने बड़े व्यक्तित्व का विधानसभा को लाभ मिलेगा। वे सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों को समय देंगे, आपका आशीर्वाद बना रहेगा, ऐसी मेरी भावना है।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी नरेंद्र सिंह तोमर को बधाई दी। उन्होंने कहा कि वे एक व्यक्ति नहीं बल्कि संस्था है। अटल बिहारी बाजपेयी की तरह मप्र में अजातशत्रु हैं। तोमर साहब दोनों पक्षों का संचालन करेंगे, एक पक्ष के नहीं रहेंगे, कभी धैर्य नहीं खोएंगे। अहंकार उन्हें छू नहीं सकता है, नरेंद्र सिंह तोमर धैर्य की प्रतिमूर्ति है। भाजपा विधायक प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि इस सदन में पहली बार चुनकर आया हूं और आसंदी पर तोमर साहब को देख रहा हूं। आज 40 साल पुराना समय याद आ रहा है। 40 साल पहले मप्र को नई ऊंचाईयों पर ले जाने के लिए हम सबने साथ में काम शुरू किया था।
प्रोटेम स्पीकर गोपाल भार्गव ने भी नरेंद्र सिंह तोमर को बधाई दी। उन्होंने कहा कि मेरे 40 वर्ष के इस कार्यकाल में कई विधानसभा अध्यक्ष रहे, जिनके साथ काम किया। इस विधानसभा में जितने अनुभवी और प्रशासनिक अनुभव रखने वाले सदस्य हैं ऐसा पहले नहीं हुआ। कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि नरेंद्र तोमर की राजनीति यात्रा देखी है। किस प्रकार वे साइकिल पर डबल बिठाकर छात्र की राजनीति में काम करते आए। एक लंबा सफर तय करते देखा है। विजयवर्गीय पिछले दिनों को याद करते हुए भावुक हो गए।