भोपाल में PFI के दो ठिकानो पर NIA का छापा, संदिग्ध बुजुर्ग से 7 घंटे पूछताछ
एनआईए टीम ने पीएफआई को फंडिंग से जुड़े मामले में मध्य प्रदेश समेत छह राज्यों में एक साथ छापेमारी की। इनमें दिल्ली, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान शामिल हैं।
भोपाल। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) को फंडिंग से जुड़े मामले में बुधवार सुबह भोपाल में दो ठिकानों पर छापेमारी की।खानू गांव में एनआईए की दो अलग-अलग टीमों ने दो घरों में दबिश दी। यहां से एक बुजुर्ग को हिरासत में लेकर उससे करीब सात घंटे तक पूछताछ की गई है। बुजुर्ग का नाम मुश्ताक खान (60) बताया जा रहा है। वह करीब एक साल पहले ही इस इलाके में रहने आया था। जांच एजेंसी को उसके पीएफआई से संपर्क के इनपुट मिले थे।
छह राज्यों में कार्रवाई -
जानकारी के अनुसार, एनआईए टीम ने पीएफआई को फंडिंग से जुड़े मामले में मध्य प्रदेश समेत छह राज्यों में एक साथ छापेमारी की। इनमें दिल्ली, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान शामिल हैं। एनआईए टीम बुधवार सुबह भोपाल के खानू गांव पहुंची और यहां दो घरों में छापेमारी शुरू की। यहां एक किराये के मकान में रह रहे मौलाना मुश्ताक खान को गुप्त स्थान पर लेकर गई और वहां करीब सात घंटे पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया। एनआईए के अधिकारियों ने मौलाना के घर की सर्चिंग के बाद दस्तावेज और उपकरण भी जब्त किए हैं। एनआईए ने छापेमारी में मप्र एटीएस और स्थानीय पुलिस का भी सहयोग लिया। स्थानीय लोगों का कहना है कि मौलाना इलाके के बच्चों को पढ़ाते हैं। बीच-बीच में कहीं आते-जाते भी हैं।
पीएफआई भारत में बैन -
गौरतलब है कि पीएफआई को देशविरोधी गतिविधियों के चलते पिछले साल ही केंद्र सरकार द्वारा प्रतिबंधित कर दिया गया था। भोपाल में इससे पहले एनआईए ने इसी साल अगस्त में छापामार कार्रवाई करते हुए कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया था, जिन्हें पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया था।