मप्र में पुलिस कर्मियों को आज से मिलेगा वीकली ऑफ, जानिए क्या रहेंगे नियम
ट्रैफिक स्टाफ को डीसीपी हेडक्वार्टर सुधीर अग्रवाल और डीसीपी ट्रैफिक शुक्ला ने फूल देकर साप्ताहिक अवकाश के लिए रवाना किया।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा की गई घोषणा पर अमल करते हुए प्रदेश के पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक अवकाश देने की व्यवस्था सोमवार से लागू हो गई है। रविवार शाम को राजधानी भोपाल में ड्यूटी खत्म कर घर जाने वाले ट्रैफिक स्टाफ को डीसीपी हेडक्वार्टर सुधीर अग्रवाल और डीसीपी ट्रैफिक शुक्ला ने फूल देकर साप्ताहिक अवकाश के लिए रवाना किया।
मध्यप्रदेश के पुलिसकर्मियों को सोमवार से वीकली ऑफ मिलना शुरू हो गया है। इस संबंध में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कुछ ही दिनों पहले घोषणा की थी। इस व्यवस्था के अंतर्गत प्रदेश का 14 प्रतिशत पुलिस स्टाफ रोजाना अवकाश पर रहेगा। इससे पहले कांग्रेस सरकार के समय तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ऐसी घोषणा की थी, लेकिन उस पर लगातार अमल नहीं किया जा सका था और बाद में आए कोरोना संकट के चलते यह व्यवस्था चल ही नहीं सकी थी।
मुख्यालय छोड़ने की अनुमति नहीं -
पुलिसकर्मियों को वीकली ऑफ भले ही मिल गया हो, लेकिन इस वीकली ऑफ के दौरान उन्हें उसी जिले या शहर में रहना होगा जहां वे तैनात हैं, छुट्टी उन्हें उसी शहर में रहकर बितानी होगी। वे किसी और जगह नहीं जा सकेंगे।
रोस्टर तैयार -
वीकली ऑफ देने के लिए पुलिस अधीक्षक ने बाकायदा रोस्टर तैयार किया है। थाना प्रभारी की अनुपस्थिति में उनसे तत्काल बाद वरिष्ठ अधिकारी वीकली ऑफ के दौरान थाने के प्रभारी रहेंगे। अनुभाग के अंदर आने वाले थानों में से एक ही थाने के प्रभारी को वीकली ऑफ दिया जाएगा।
यह है नियम
थाने में महिला अधिकारी-कर्मचारी की भी वीकली ऑफ में भी उपलब्धता बनी रहे, ताकि महिला आवेदक के आने पर और कानून व्यवस्था की स्थिति में परेशानी न हो। यदि जिले में अति विशिष्ट व्यक्ति का भ्रमण या कानून व्यवस्था की स्थिति संभावित हो तो, वीकली ऑफ में परिवर्तन किया जा सकता है। जिले में अचानक कानून व्यवस्था की स्थिति बनने पर पुलिसकर्मी को वीकली ऑफ से वापस बुलाया जा सकेगा।