Meta Apologized: मेटा ने मांगी माफ़ी, मार्क जुकरबर्ग ने 2024 के चुनाव को लेकर की थी टिप्पणी

Update: 2025-01-15 07:57 GMT

Meta Apologized : मेटा ने सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने 15 जनवरी को माफ़ी मांग ली है। मार्क जुकरबर्ग ने '2024 के चुनाव' को लेकर टिप्पणी की थी। जिस पर भारत सरकार ने मार्क जुकरबर्ग को नोटिस भेजा था। बता दें कि, मेटा फेसबुक पर मालिकाना हक रखने वाली कंपनी है, जिसके संस्थापक मार्क जकरबर्ग हैं।

दरअसल, मार्क जुकरबर्ग ने साल 2024 के चुनाव के नतीजों से जुड़ी गलत जानकारी शेयर की थी। इसके बाद भारत में बवाल मच गया। भारत सरकार में मंत्री अश्विनी वैष्णव से लेकर भाजपा नेता निशिकांत दुबे तक ने मार्क जकरबर्ग की आलोचना की है। 

यह है पूरा मामला 

जकरबर्ग ने एक पोस्ट में लिखा था कि कोरोना काल के बाद हुए चुनाव में भारत समेत दुनिया के ज्यादातर देशों में सरकारें सत्ता से चली गईं। उनकी इस पोस्ट में गलती थी क्योंकि भारत में नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार पीएम बने और भाजपा ने 240 लोकसभा सीटें हासिल की। उनकी इस पोस्ट पर भारत में वबाल मच गया। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक्स पर पोस्ट कर मेटा से इस मामले पर जवाब मांगा था। इसी पर अब मेटा का जवाब आया है और उसने माफी मांग ली है। 

जकरबर्ग ही गलत सूचना फैला रहे

अश्विनी वैष्णव ने मार्क जकरबर्ग के बयान पर नाराजगी जताते हुए एक्स पर लिखा कि, दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारकत में 2024 में आम चुनाव हुए। इसमें 64 करोड़ मतदाताओं ने हिस्सा लिया। भारत की जनता ने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार पर फिर से भरोसा जाहिर किया। मिस्टर जकरबर्ग ने दावा किया कि कोरोना काल के बाद भारत समेत दुनिया की ज्यादातर सरकारें चुनाव में हार गईं, जो गलत था।

80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन, 2.2 अरब टीकों और दुनिया भर के देशों को कोरोना काल में मदद करने के साथ ही भारत सबसे तेजी से आगे बढ़ती अर्थव्यवस्था है। पीएम मोदी की लगातार तीसरी जीत इस बात का प्रमाण है कि लोगों को उनके कामकाज पर भरोसा है। मेटा यह देखना निराशाजनक है कि खुद जकरबर्ग ही गलत सूचना फैला रहे हैं। कृपया सही तथ्य रखें ताकि भरोसा बना रहे।


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