दिल्ली भदगड़: छह महीने के बेटे को गोद में लेकर ड्यूटी करते दिखी महिला सिपाही, भगदड़ के बाद सामने आई एक खूबसूरत तस्वीर
दिल्ली भदगड़: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार को भगदड़ मची थी अब उसी प्लेटफार्म पर एक महिला कांस्टेबल छह माह के बच्चे को पेट से बांधकर ड्यूटी कर रही है।;
दिल्ली भदगड़: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या 14 से एक भावुक कर देने वाली तस्वीर सामने आई है, जिसे देखकर लोग मां की ममता को सलाम कर रहे हैं। यह तस्वीर रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की एक महिला कांस्टेबल की है, जो अपने छह माह के मासूम बच्चे को पेट से बांधकर ड्यूटी करती नजर आ रही है।
दरअसल, यह वही प्लेटफार्म है जहां दो दिन पहले भगदड़ मची थी, जिसमें 18 लोगों की जान चली गई थी। इस दर्दनाक हादसे के बाद रेलवे ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है और इसी क्रम में महिला कांस्टेबल की ड्यूटी यहां लगाई गई है। लेकिन चूंकि कांस्टेबल का बच्चा अभी बहुत छोटा है और उसे छोड़ना संभव नहीं, इसलिए वह अपने बच्चे को पेट से बांधकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रही हैं।
भगदड़ में 18 लोगों की हुई थी मौत
शनिवार की रात प्लेटफार्म संख्या 13-14 पर अचानक भगदड़ मच गई थी। इस दौरान महाकुंभ जाने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ स्टेशन पर उमड़ पड़ी। बताया जा रहा है कि एक ट्रेन के प्लेटफार्म बदलने की वजह से यात्रियों में हड़कंप मच गया और वे जल्द से जल्द दूसरे प्लेटफार्म की ओर दौड़ने लगे।
भीड़ इतनी ज्यादा थी कि सीढ़ियों पर चढ़ते समय कई लोग गिर गए और पीछे से आ रही भीड़ ने उन्हें कुचल दिया। इस दर्दनाक घटना में 18 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए। इस हादसे के बाद रेलवे प्रशासन हरकत में आया और सभी प्लेटफार्म पर सुरक्षा बढ़ा दी गई।
सोशल मीडिया पर महिला कांस्टेबल की सराहना
महिला कांस्टेबल की यह तस्वीर और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। लोग उनके समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा की तारीफ कर रहे हैं। एक ओर जहां लोग उनकी ममता को सलाम कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ लोग रेलवे प्रशासन पर सवाल भी उठा रहे हैं कि ऐसी संवेदनशील स्थिति में महिला कांस्टेबल को इस तरह की ड्यूटी क्यों दी गई।
इस महिला कांस्टेबल की ड्यूटी प्लेटफार्म पर मौजूद यात्रियों को सतर्क करना और शांति बनाए रखने की सलाह देना है। रेलवे इस हादसे के बाद सुरक्षा उपायों को लगातार मजबूत करने में जुटा है ताकि भविष्य में इस तरह की कोई अनहोनी न हो।