अडानी पर लगे आरोपों पर राहुल गांधी ने कहा: सैकड़ों लोग छोटे आरोपों में गिरफ्तार हुए, उन्हें भी जेल में होना चाहिए
नई दिल्ली। गौतम अडानी को लेकर चल रहा विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। इस मामले में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी समेत विपक्ष के कई नेता सरकार पर हमलावर हैं। राहुल गांधी ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि, जब सैकड़ों लोग छोटे - छोटे आरोपों में गिरफ्तार हुए हैं तो अडानी को भी जेल होना चाहिए।
अडानी समूह के खिलाफ आरोपों पर लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, "आपको लगता है कि अडानी आरोपों को स्वीकार करेंगे? जाहिर है कि वह आरोपों से इनकार करेंगे। मुद्दा यह है कि जैसा कि हमने कहा है, उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए। सैकड़ों लोगों को छोटे-छोटे आरोपों में गिरफ्तार किया जा रहा है और सज्जन (गौतम अडानी) पर अमेरिका में हजारों करोड़ रुपये का आरोप है, उन्हें जेल में होना चाहिए और सरकार उन्हें बचा रही है।"
अडानी मुद्दे पर कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि, "तथ्य यह है कि दो अभियोग दायर किए गए हैं, एक न्यूयॉर्क के पूर्वी जिले के अटॉर्नी द्वारा और दूसरा संयुक्त राज्य अमेरिका के प्रतिभूति और विनिमय आयोग द्वारा। इसलिए वे स्पष्ट रूप से अमेरिकी न्यायालय के समक्ष उन तर्कों को रखने के लिए स्वतंत्र हैं... मूल मुद्दा यह है कि ये अभियोग भारत के कारोबारी माहौल के संबंध में किस तरह का संदेश देते हैं... नंबर दो, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड क्या कर रहा था? यदि आपको हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर वापस जाना याद है, तो अडानी समूह से संबंधित मुद्दे न केवल सार्वजनिक डोमेन में थे, बल्कि भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा भी उनका निर्णय लिया जा रहा था। सवाल यह है कि नियामकों को कौन विनियमित करेगा? इसलिए खेल में बड़े मुद्दे हैं और इसीलिए हम संसद के दोनों सदनों में चर्चा की मांग कर रहे हैं।"
गौतम अडानी पर अमेरिका ने लगाया 265 मिलियन डॉलर की रिश्वत और धोखाधड़ी का आरोप
अडानी समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी पर भारत में उनकी सौर परियोजनाओं से जुड़ी कथित मल्टी अरब डॉलर की रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी में उनकी भूमिका के लिए अमेरिका में आरोप तय कर दिए गए हैं। अमेरिका द्वारा बुधवार को कहा कि, अडानी और उनके भतीजे सागर अडानी सहित सात अन्य लोगों ने 20 सालों में 2 बिलियन डॉलर का लाभ कमाने वाले कॉन्ट्रेक्ट को पाने और भारत की सबसे बड़ी सौर ऊर्जा संयंत्र परियोजना विकसित करने के लिए भारतीय सरकारी अधिकारियों को लगभग 265 मिलियन डॉलर की रिश्वत देने पर सहमति व्यक्त की थी। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें।