सशक्त भारत निर्माण में संघ की भूमिका निर्णायक: आलोक कुमार

देश तोड़ने वाली शक्तियों से सतर्क रहने की आवश्यकता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शिक्षा वर्ग का समापन;

Update: 2023-06-04 20:45 GMT

शिवपुरी । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने सशक्त भारत के पुननिर्माण में मौन क्रांति की तर्ज पर अपनी भूमिका का निर्वहन किया है। देश के विभाजन से लेकर आपातकाल, गौरक्षा, राम मंदिर निर्माण, अनुच्छेद 370, भाषावाद, प्रांतवाद जैसे अनेक विषयों पर संघ ने बहुसंख्यक समाज के मन की बात को आगे बढ़ाने में निर्णायक भूमिका निभाई है। इसी का परिणाम है कि आज भारत पिछले 1200 सालों के कालखंड में सर्वाधिक समुन्नत और सशक्त स्थिति में है।

यह बात रविवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह प्रांत प्रचार प्रमुख आलोक कुमार जी ने शिवपुरी में संघ शिक्षा वर्ग (प्रथम वर्ष) के समापन समारोह को संबोधित करते हुए कही। आलोक कुमार कार्यक्रम को मुख्य वक्ता की आसंदी से संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जल संसाधन विभाग के अधीक्षण यंत्री वीडी रतमेले सहित वर्ग अधिकारी डॉ. जेएस नामधारी, विभाग सह संघचालक डॉ. गोविंद सिंह एवं जिला संघचालक विपिन शर्मा मंचासीन रहे। समापन समारोह में संघ शिक्षा वर्ग में शामिल रहे स्वयंसेवकों ने परम्परागत शारीरिक कौशल एवं दंड प्रहार का प्रदर्शन किया।

कार्यक्रम में मुख्य वक्ता आलोक कुमार जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि देश के समुन्नत दौर को वैश्विक स्तर पर कुछ शक्तियां स्वीकार नहीं कर पा रही हैं इसलिए देश को कमजोर करने वाले षड्यंत्र खड़े किए जा रहे हैं। समाज में मूल्यों और हमारी सनातन परंपराओं के विरुद्ध प्रायोजित नैरेटिव निर्मित किए जा रहे हैं। कभी महिला विरोधी तो कभी जाति और प्रांत के मामलों की विकृत व्याख्या कर लोगों को समवेत भारतीयता के बोध से दूर करने का प्रयास किया जाता है। उन्होंने कहा कि स्वाधीनता के बाद संघ की शक्ति कम थी लेकिन हमारे स्वयंसेवकों ने यथा क्षमता स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया और देश के विभाजन का भी विरोध किया। गौरक्षा आंदोलन से लेकर लोकतंत्र की रक्षा और राम मंदिर निर्माण जैसे हर मुद्दे पर संघ की भूमिका महत्वपूर्ण रही है। पूर्वोत्तर के अलगाव की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि कभी असम में तिरंगा फहराने पर लोगों को डर लगता था लेकिन आज इन्ही राज्यों में सर्वाधिक तिरंगे फहराए जाते हैं। आलोक कुमार जी ने कहा कि भारत को आगामी समय में देश विरोधी ताकतों से सतर्क रहकर बदलते विश्व में अपनी भूमिका का निर्वहन करना है। मुख्य अतिथि वीडी रतमेले ने अपने उद्बोधन में कहा कि संघ भारत की सांस्कृतिक एवं सनातन पहचान को पुष्ट करने वाला संगठन है। कार्यक्रम के प्रारंभ में आयोजकों ने विभिन्न मठ-मंदिर के महंतों एवं समाज प्रमुखों का अंग वस्त्र एवं श्रीफल भेंटकर स्वागत किया। कार्यक्रम में गौकाष्ट से बने उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई गई। कार्यक्रम में शिवपुरी जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए गणमान्य नागरिकों की भागीदारी रही।

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