MCG Test Match Highlights: मेलबर्न के मैदान पर जसप्रीत बुमराह की नो बॉल ने भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों की पुरानी यादों को ताजा कर दिया है। 2017 की चैंपियंस ट्रॉफी का वह क्षण फिर से जेहन में आ गया है, जब एक नो बॉल ने भारत के प्रदर्शन को भारी नुकसान पहुंचाया था। अब एक बार फिर यह चिंता सताने लगी है कि कहीं इस नो बॉल का खामियाजा टीम इंडिया को न भुगतना पड़े।
इसका असर मैच में साफ नजर आ रहा है। ऑस्ट्रेलिया ने मेलबर्न के मैदान पर रनों का पीछा करने के सभी पुराने रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं। मेलबर्न में अब तक का सबसे बड़ा सफल रन चेज 332 रनों का था, जिसे ऑस्ट्रेलिया ने 1928 में इंग्लैंड के खिलाफ हासिल किया था। लेकिन मौजूदा टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने चौथे दिन ही इस स्कोर को पार कर लिया है।
ऑस्ट्रेलिया ने अब भारत के सामने 333 रन का लक्ष्य रखा है, जिसका मतलब है कि भारतीय टीम को जीतने के लिए मेलबर्न में अब तक का सबसे बड़ा स्कोर चेज करना होगा। यह चुनौती आसान नहीं होगी और भारतीय टीम को असाधारण प्रदर्शन करना होगा।
बुमराह की नो बॉल से बढ़ा दबाव
चौथे दिन के आखिरी ओवर में जो हुआ, उसने टीम इंडिया के लिए हालात और मुश्किल कर दिए। अगर वह पल नहीं आता, तो भारत पर इस बड़े स्कोर का दबाव शायद कम होता।दरअसल, जसप्रीत बुमराह की एक गेंद पर स्लिप में खड़े केएल राहुल ने नाथन लायन का कैच लपक लिया था। भारतीय खिलाड़ी इस विकेट का जश्न मनाने ही वाले थे कि अंपायर ने गेंद को नो बॉल करार दे दिया। बुमराह की ओवरस्टेपिंग ने भारत के हाथ से यह अहम मौका छीन लिया और टीम इंडिया को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ी।
मेलबर्न में मुश्किल चुनौती, इतिहास बदलने की तैयारी
मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर पिछले 70 सालों में 250 से ज्यादा रनों का स्कोर चेज नहीं किया गया है। इस बार ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने अब तक का सबसे बड़ा लक्ष्य पेश करने की तैयारी कर ली है। हालांकि, भारतीय टीम के पास बड़े स्कोर चेज करने का अनुभव है। पिछले ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर भारत ने गाबा में 329 रनों का सफलतापूर्वक पीछा कर ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी। यहां तक कि चौथी पारी में 400 से अधिक रनों का स्कोर भी भारत ने पार किया है। लेकिन, सवाल यह है कि पांचवें दिन की पिच कैसी प्रतिक्रिया देती है और क्या भारतीय बल्लेबाज इतिहास बना पाएंगे।