Champions Trophy 2025: चैंपियंस ट्रॉफी से पहले अफगानिस्तान को झटका, एक और देश में उठी मैच बहिष्कार की मांग

Update: 2025-01-10 16:36 GMT

Champions Trophy 2025 : काफी चुनौतियों के बाद चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन 19 फरवरी से पाकिस्तान की मेजबानी में होने जा रहा है। टूर्नामेंट को हाइब्रिड मॉडल में आयोजित किया जा रहा है, जिससे पहले ही पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के लिए चिंताएं बढ़ी हुई थीं। अब एक और विवाद ने टूर्नामेंट को लेकर मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। भारत के मुकाबले दुबई शिफ्ट होने के बाद अब खबरें आ रही हैं कि साउथ अफ्रीका पाकिस्तान में होने वाले एक मैच का बहिष्कार कर सकता है। 

दरअसल, साउथ अफ्रीका के खेल मंत्री गेटन मैकेंजी ने अपने क्रिकेट बोर्ड से अपील की है कि वे पाकिस्तान में अफगानिस्तान के खिलाफ खेले जाने वाले मुकाबले का विरोध करें और उस मैच में भाग न लें। गौरतलब है कि टूर्नामेंट के दौरान अफगानिस्तान के सभी मुकाबले पाकिस्तान में ही खेले जाने हैं, जिससे यह मुद्दा और गंभीर हो गया है। पीसीबी के लिए यह स्थिति और चुनौतीपूर्ण हो सकती है।

साउथ अफ्रीका के खेल मंत्री ने उठाई आवाज

साउथ अफ्रीका के खेल मंत्री गेटन मैकेंजी ने पाकिस्तान में अफगानिस्तान के खिलाफ होने वाले मुकाबले का विरोध करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि वह एक ऐसी कम्युनिटी से आते हैं, जिसे रंगभेद के समय खेल के मौके नहीं मिले थे। ऐसे में अगर किसी और देश में महिलाओं के साथ भेदभाव हो रहा है, तो उसका विरोध न करना गलत और अनैतिक होगा। मैकेंजी ने यह बयान अफगानिस्तान में महिलाओं के खेलने पर लगाए गए प्रतिबंध को लेकर दिया।

आईसीसी और अन्य बोर्ड से भी की अपील

मैकेंजी ने सिर्फ अपने बोर्ड से नहीं, बल्कि आईसीसी और अन्य क्रिकेट बोर्ड से भी इस मामले में सख्त कदम उठाने की अपील की है। उन्होंने कहा, “आईसीसी और क्रिकेट जगत को यह सोचना होगा कि खेल से दुनिया को क्या संदेश दिया जा रहा है। खासतौर पर महिलाओं के प्रति खेल के नजरिए को लेकर। मुझे उम्मीद है कि खिलाड़ी, अधिकारी और खेल से जुड़े समर्थक अफगान महिलाओं के लिए समर्थन में खड़े होंगे।”

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के लिए मुश्किलें बढ़ीं

साउथ अफ्रीका के खेल मंत्री की अपील के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की चिंताएं और बढ़ गई हैं। पहले ही भारत के तीन ग्रुप मैच और एक सेमीफाइनल दुबई शिफ्ट किया जा चुका है। यदि टीम इंडिया फाइनल में पहुंचती है, तो वह मुकाबला भी दुबई में ही होगा। अब अगर साउथ अफ्रीका-अफगानिस्तान मैच का बायकॉट हुआ, तो पीसीबी को बड़ा आर्थिक नुकसान झेलना पड़ सकता है।

हालांकि, खेल मंत्री गेटन मैकेंजी ने खुद माना है कि उनके पास मैच बायकॉट कराने का अधिकार नहीं है। यह फैसला साउथ अफ्रीका क्रिकेट बोर्ड और उनकी सरकार के हाथ में है। अभी तक इस मामले में साउथ अफ्रीका क्रिकेट बोर्ड या सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

इंग्लैंड ने पहले भी किया था इनकार

यह पहली बार नहीं है जब अफगानिस्तान में महिलाओं के खेल पर प्रतिबंध का मुद्दा उठा हो। इससे पहले इंग्लैंड के नेताओं ने भी अपने क्रिकेट बोर्ड से यही अपील की थी, लेकिन इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने इस अपील को खारिज कर दिया था। अब देखना होगा कि साउथ अफ्रीका इस मामले में क्या रुख अपनाता है।

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