साउथैम्पटन। आयरलैंड ने एक बार फिर सभी को हैरान करते हुए द एजेस बाउल मैदान पर खेले गए तीसरे और आखिरी वनडे मैच में इंग्लैंड को सात विकेट से हरा दिया। इंग्लैंड ने कप्तान इयोन मोर्गन (106) के बेहतरीन शतक के दम पर आयरलैंड के सामने 329 विशाल लक्ष्य रखा। आयरलैंड को शायद इस आंकड़े से खासा लगाव है क्योंकि उसने दूसरी बारी इंग्लैंड के खिलाफ ही इस आंकड़े को छुआ है। मंगलवार रात खेले गए इस मैच में आयरलैंड ने तीन विकेट खोकर एक गेंद पहले इस लक्ष्य को हासिल कर लिया और 2011 विश्व कप की याद ताजा कर दी। उस मैच में इंग्लैंड ने 327 रन बनाए थे और आयरलैंड ने 329 रन बनाते हुए लक्ष्य हासिल कर इंग्लैंड के खिलाफ अपनी पहली जीत दर्ज की थी।
उस मैच के हीरो थे केविन ओ ब्रायन जिन्होंने इस मैच में विजयी रन बनाया और अंत में हैरी टेकर के साथ 5.2 ओवरों में 50 रन जोड़ टीम को ऐतिहासिक जीत दिलाई। इस जीत की बुनियाद हालांकि सलामी बल्लेबाज पॉल स्टलिर्ंग और कप्तान एंडी बालबर्नी ने रख दी थी।
इन दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 214 रनों की साझेदारी कर आयरलैंड के लक्ष्य हासिल करने की बुनियाद रखी। स्टार्लिग ने 128 गेंदों में 142 रन बनाए जिसमें नौ चौके और छह छक्के शामिल रहे। वही बालबर्नी ने 112 गेंदों का सामना किया और 113 रन बनाए। उन्होंने अपनी पारी में 12 चौके मारे।
विशाल लक्ष्य के सामने आयरलैंड ने 50 के कुल स्कोर पर गारेथ डेलने (12) का विकेट खो दिया था जिन्हें डेविड विले ने आउट किया। यहां से स्टार्लिग और बालबर्नी ने तेजी से रन बनाते हुए टीम को जीत के रास्ते पर बनाए रखा।
जैसे-जैसे यह साझेदारी बढ़ती जा रही थी वैसे-वैसे इंग्लैंड की परेशानी भी। 264 के कुल स्कोर पर स्टार्लिग रन आउट हो गए और 279 के कुल स्कोर पर बालबर्नी भी पवेलियन लौट लिए।
इंग्लैंड को लगा कि वह मैच में वापसी कर चुकी है लेकिन केविन और टेक्टर ने क्रमश: 21 और 29 रनों की नाबाद पारियां खेल टीम को ऐतिहासिक जीत दिलाई।
इस जीत के साथ ही आयरलैंड ने सीरीज का अंत जीत के साथ किया। वह हालांकि शुरुआती दो वनडे मैच हारकर पहले ही सीरीज गंवा चुकी थी, लेकिन आखिरी वनडे में उसने इंग्लैंड के सीरीज 3-0 से जीतने के सपने को तोड़ दिया।
आयरलैंड द्वारा बल्लेबाजी का न्यौता मिलने पर पहली पारी खेलने उतरी इंग्लैंड, कप्तान मोर्गन की शतकीय पारी और अंत में डेविड विले तथा टॉम कुरैन की पारियों के दम पर विशाल स्कोर खड़ा करने में सफल रही।
जेसन रॉय बल्ले से एक बार फिर विफल रहे और एक रन बनाकर क्रेग यंग का शिकार बने। जॉनी बेयरस्टो (4) और जेम्स विंसे (16) भी 44 के कुल स्कोर तक आउट हो गए।
यहां से फिर मोर्गन और टॉम बेंटन ने साझेदारी करते हुए चौथे विकेट के लिए 146 रन जोड़े। मोर्गन 190 के कुल स्कोर पर आउट हो गए। उन्होंने अपनी पारी में 84 गेंदों का सामना किया और 15 चौके तथा चार छक्के मारे। बेंटन 202 के कुल स्कोर पवेलियन लौट लिए। उन्होंने 51 गेंदों पर छह चौके और एक छक्के की मदद से 58 रन बनाए।
दो सेट बल्लेबाजों के जाने के बाद इंग्लैंड का मध्य क्रम लड़खड़ा गया। मोइन अली (1) और सैम बिलिंग्स (19) जल्दी-जल्दी पवेलियन लौट लिए।
यहां से विले और कुरैन ने 73 रनों की साझेदारी कर टीम को विशाल स्कोर की तरफ चलता रखा। कुरैन ने फिर अंत में साकिब महमूद के साथ अहम 30 रन जोड़ इंग्लैंड को 328 रनों के स्कोर तक पहुंचाया।
विले ने अपनी अर्धशतकीय पारी में 42 गेंदें खेली और तीन चौके और तीन छक्के लगाए। कुरैन ने 38 रनों की अपनी नाबाद पारी में 54 गेंदों का सामना कर चार चौके मारे। जोश लिटिल ने महमूद को आउट कर एक गेंद पहले इंग्लैंड की पारी का अंत किया। महमूद ने 12 रन बनाए।
स्टालिर्ंग को प्लेयर ऑफ द मैच चुना या तो वहीं विले को प्लेयर ऑफ द सीरीज चुने गए।