दिल्ली। टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह ने जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल करने के लिए ट्विटर के जरिए माफी मांगी है। युवी ने ट्विटर पर लिखा कि वो किसी भी तरह के भेदभाव में यकीन नहीं रखते हैं और उनकी बातों को गलत तरीके से लिया गया। युवराज ने साथ ही कहा कि अगर उनकी बात से किसी को दुख पहुंचा है तो वो उसके लिए माफी मांगते हैं। कुछ दिन पहले युवराज सिंह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें वो रोहित शर्मा के साथ लाइव इंस्टाग्राम चैट के दौरान जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल करते नजर आए थे।
युवराज सिंह ने ट्विटर पर बयान जारी करते हुए लिखा, 'मैं यह साफ करना चाहता हूं कि मैं रंग, जाति, पंथ या लिंग के आधार पर किसी तरह के भेदभाव में यकीन नहीं करता हूं। मैंने लोगों की भलाई में अपनी जिंदगी जी है और आगे भी ऐसा ही जीना चाहता हूं। मैं हर व्यक्ति का सम्मान करता हूं। मैं समझता हूं कि मैं अपने दोस्तों से बात कर रहा था और उस समय मेरी बात को गलत तरीके से लिया गया, जो अनुचित था। एक जिम्मेदार भारतीय होने के नाते मैं कहना चाहता हूं कि अनजाने में अगर मेरी बातों से किसी को दुख पहुंचा है तो मैं पर खेद व्यक्त करता हूं। देश और देश के लोगों से मेरा प्यार हमेशा रहेगा।'
युवराज सिंह के इस वीडियो के वायरल होने के साथ ट्विटर पर #युवराज_सिंह_माफी_मांगो ट्रेंड होने लगा था। इसको लेकर काफी हंगामा भी मचा। हिसार में इसको लेकर युवराज सिंह के खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई गई थी, जिसके बाद हांसी के पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया था कि उन्हें इस मामले में 2 मई को शिकायत मिली थी। उन्होंने कहा, 'हम इस मामले की जांच कर रहे हैं, लेकिन अभी तक कुछ फैसला नहीं लिया गया है। इस मामले में किसी तरह की एफआईआर भी अभी तक दर्ज नहीं की गई है।'
— yuvraj singh (@YUVSTRONG12) June 5, 2020