R Ashwin Controversy: अश्विन का हिंदी भाषा पर विवादित बयान, सोशल मीडिया पर हुई जबरदस्त आलोचना...
Ashwin Social Media Backlash : रविचंद्रन अश्विन, जिन्होंने हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया है, लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं। संन्यास के बाद उनके पास अब ज्यादा समय है, जिससे वह सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने के साथ-साथ सार्वजनिक आयोजनों में भी भाग ले रहे हैं। हाल ही में, एक प्राइवेट कॉलेज ने उन्हें अपने ग्रेजुएशन समारोह में आमंत्रित किया, जहां उन्हें स्टेज पर कुछ शब्द बोलने के लिए कहा गया। इस दौरान अश्विन ने कुछ ऐसा कह दिया, जिसे लेकर सोशल मीडिया पर उनकी कड़ी आलोचना हो रही है।
सोशल मीडिया पर मचा बवाल
रविचंद्रन अश्विन ने हाल ही में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान अपनी स्पीच के दौरान कुछ ऐसा कह दिया, जिससे सोशल मीडिया पर हलचल मच गई है। जब अश्विन ने सबसे पहले इंग्लिश और तमिल भाषाओं के बारे में सवाल किया, तो तमिल भाषी लोगों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली। लेकिन जब उन्होंने हिंदी को लेकर सवाल किया, तो कोई खास प्रतिक्रिया नहीं आई। इसके बाद अश्विन ने बयान दिया कि "हिंदी बस एक आधिकारिक भाषा है और हमारी राष्ट्रीय भाषा नहीं है।"
#Watch | தமிழுக்கு அதிர்ந்த அரங்கம்.. இந்திக்கு SILENT.. "இந்தி தேசிய மொழி இல்ல".. பதிவு செய்த அஸ்வின்!
— Sun News (@sunnewstamil) January 9, 2025
சென்னையில் உள்ள தனியார் பொறியியல் கல்லூரியில் நடைபெற்ற பட்டமளிப்பு விழாவில் மாஸ் காட்டிய கிரிக்கெட் வீரர் அஸ்வின்#SunNews | #Chennai | #Ashwin | @ashwinravi99 pic.twitter.com/TeWPzWAExQ
इस बयान ने सोशल मीडिया पर तूफान मचा दिया। तमिल भाषी लोग अश्विन की तारीफ कर रहे हैं, जबकि हिंदी भाषी लोग उनकी कड़ी आलोचना कर रहे हैं। कई लोग यह भी कह रहे हैं कि अश्विन को इस तरह के बयान नहीं देने चाहिए, क्योंकि हिंदी एक व्यापक और महत्वपूर्ण भाषा है। इसके अलावा, कुछ यूजर्स ने यह भी याद दिलाया कि अश्विन ने अपने क्रिकेट करियर में जो सफलता हासिल की है, उसका एक बड़ा हिस्सा हिंदी भाषी क्षेत्र से ही है।
अश्विन के क्रिकेट करियर की बात करें तो उन्होंने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया दौरे के बीच में ही टेस्ट सीरीज से संन्यास ले लिया था और भारत लौट आए थे। हालांकि, वह अभी तक अपने संन्यास के कारणों पर खुलकर बात नहीं कर रहे हैं।