MP News: पीथमपुर में कचरा जलाए जाने पर एक बार और विचार करे मोहन सरकार - जीतू पटवारी ने सरकार से की अपील
MP News Pithampur : इंदौर। यूनियन कार्बाइड का जहरीला कचरा पीथमपुर में जलाए जाने को लेकर विवाद चल रहा है। पीथमपुर के स्थानीय लोगों द्वारा जहरीला कचरा जलाए जाने के विरोध में प्रदर्शन भी किया गया है। इस बीच कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी (Jeetu Patwari) ने इस फैसले पर पुनर्विचार किए जाने को लेकर सरकार से अपील की है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि, 'पीथमपुर में जहरीला कचरा कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा पैदा कर रहा है। सीएम डॉ. मोहन यादव को इस फैसले पर पुनः विचार करना चाहिए।'
राजधानी भोपाल से यूनियन कार्बाइड के 335 टन कचरे को पीथमपुर भेजे जाने की तैयारी जोरों पर है। रविवार से एक्सपर्ट्स की निगरानी में जहरीला कचरा 12 कंटेनर ट्रकों में भरा जा रहा था, यह काम सोमवार को भी जारी था। 12 ट्रक ग्रीन कॉरिडोर से होते हुए पीथमपुर को जाएंगे। पीथमपुर में इस कचरे को जलाया जाएगा।
पीथमपुर में कचरा जलाए जाने को लेकर लोगो लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। कुछ लोग दिल्ली के जंतर - मंतर पर भी प्रदर्शन करने की तैयारी में हैं। इसके अलावा हाई कोर्ट में भी कचरा जलाए जाने के खिलाफ याचिका दायर की गई है।
भोपाल गैस त्रासदी के 40 साल बाद यूनियन कार्बाइड के 335 टन कचरे को हटाया जा रहा है। कड़ी सुरक्षा के बीच जहरीले कचरे को सावधानी से ट्रकों में भरा जा रहा है। अधिकारी और पुलिसकर्मी समेत एक्सपर्ट्स इस काम में जुटे हैं। यूनियन कार्बाइड के 200 मीटर के क्षेत्र को सील कर दिया गया है।
ग्रीन कॉरिडोर की लंबाई 250 किलोमीटर :
जहरीले कचरे को पीथमपुर पहुंचाए जाने के लिए 250 किलोमीटर लंबा ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है। इसी कॉरिडोर से होते हुए 12 कंटेनर पीथमपुर पहुंचेंगे। पीथमपुर में रामकी एनवायरो में इसे जलाया जाएगा।
अदालत ने 6 जनवरी तक दी कचरा जलाने की मोहलत :
हाई कोर्ट द्वारा सरकार को 6 जनवरी तक कचरा जलाए जाने की मोहलत दी गई है। 3 जनवरी को सरकार अदालत में रिपोर्ट पेश करेगी। 2 जनवरी तक यूनियन कार्बाइड का कचरा पीथमपुर तक पहुंचाया जाना है।
पीथमपुर इंडस्ट्रियल वेस्ट मैनेजमेंगट (रामकी) कंपनी द्वारा कचरा जलाए जाने का काम किया जा रहा है। जिस समय जहरीले कचरे से भरे ट्रक रास्ते से गुजरेंगे भोपाल - इंदौर के संभाग आयुक्त ट्रेफिक संभालने जिम्मेदारी संभालेंगे।