ESIC Hospital: पीएम मोदी ने किया ESIC हॉस्पिटल का वर्चुअल लोकार्पण, इंदौर में एमपी का सबसे बड़ा अस्पताल
ESIC Hospital : मध्यप्रदेश। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्चुअल माध्यम से 961 करोड़ रुपए की लागत से बने मंदसौर, नीमच एवं सिवनी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों का लोकार्पण किया गया। 29 अक्टूबर को पीएम मोदी ने देशभर में 7 ईएसआई अस्पतालों और मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का वर्चुअल शिलान्यास एवं उद्घाटन किया है। इन परियोजनाओं के माध्यम से लगभग 55 लाख ईएसआई लाभार्थियों एवं अन्य लोगों को चिकित्सा सुविधाओं का लाभ मिलेगा।
प्रधानमंत्री द्वारा इंदौर के कर्मचारी राज्य बीमा निगम ESI) अस्पताल का लोकार्पण किया गया है। 350 करोड़ की लागत से बने इस 300 बिस्तरों वाले इस अस्पताल को 500 बिस्तरों तक विकसित किया गया है जो लगभग 14 लाख लाभार्थियों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाएं प्रदान करेगा। यह मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा अस्पताल है जो दो साल में बनकर तैयार हुआ है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर कहा कि, "मैं दिल्ली के 70 वर्ष से अधिक आयु के सभी बुजुर्गों से और पश्चिम बंगाल के 70 वर्ष से अधिक आयु के सभी बुजुर्गों से क्षमा मांगता हूं कि मैं आपकी सेवा नहीं कर पाऊंगा। मैं उनसे क्षमा मांगता हूं कि मैं आपकी स्थिति जान लूंगा, जानकारी लूंगा लेकिन मैं आपकी मदद नहीं कर पाऊंगा और इसका कारण यह है कि दिल्ली की सरकार और पश्चिम बंगाल की सरकार इस आयुष्मान योजना से जुड़ नहीं रही है। अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए अपने ही राज्य के बीमार लोगों पर अत्याचार करने की प्रवृत्ति किसी भी मानवीय दृष्टिकोण के खिलाफ है और इसलिए मैं पश्चिम बंगाल के बुजुर्गों से क्षमा मांगता हूं, मैं दिल्ली के बुजुर्गों से क्षमा मांगता हूं, मैं देश के लोगों की सेवा कर सकता हूं, लेकिन राजनीतिक पेशे की दीवारें मुझे दिल्ली के बुजुर्गों की सेवा करने से रोक रही हैं, पश्चिम बंगाल की सेवा करने से रोक रही हैं।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि, "एक समय था जब इलाज के लिए लोगों के घर, जमीन, गहने सब बिक जाते थे। गंभीर बीमारी के इलाज का खर्च सुनकर गरीब की रूह कांप जाती थी। पैसे के अभाव में इलाज न करा पाने की लाचारी गरीब को तोड़ देती थी। मैं अपने गरीब भाई-बहनों को इस लाचारी में नहीं देख सकता था, इसीलिए 'आयुष्मान भारत' योजना का जन्म हुआ। सरकार ने फैसला किया कि गरीबों के 5 लाख रुपये तक के इलाज का खर्च सरकार उठाएगी। आयुष्मान भारत योजना से देश के करीब 4 करोड़ गरीबों को फायदा हुआ है।"