मऊगंज में पुलिस का ताबड़तोड़ एक्शन: गडरा हत्याकांड के आरोपियों की धरपकड़ जारी…
राजू सिंह सेंगर, मऊगंज: डीजीपी कैलाश मकवाना के दौरे के बाद मऊगंज जिले के ग्राम गड़रा में एएसआई राम चरण गौतम और सनी द्विवेदी की हत्या और पुलिस एवं राजस्व विभाग पर हमले के बाद पुलिस ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है।
बीते दिनों हुई इस हिंसक वारदात के बाद पुलिस लगातार आरोपियों की तलाश में जुटी है। घर-घर तलाशी अभियान चलाकर संदिग्धों को गिरफ्तार किया जा रहा है। डीजीपी ने पुलिस विभाग के अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा है कि किसी भी स्थिति में दोषियों को बक्सा नहीं जाएगा।
रविवार की रात गड़रा गांव में पुलिसकर्मियों पर हमला किया गया था, जिसमें एक जवान की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हुए थे। इसके बाद इलाके में तनाव बढ़ गया, जिसके चलते भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया।
पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए अब तक 29 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जिसमें 7 आरोपियो में दो महिलाएं निशा कोल, प्रेमवती कोल पांच पुरुष जिसमे बृजलाल कोल, विनोद कोल, अंशु कोल और रमेश साहू सभी निवासी गडरा एवं मोहम्मद रफीक निवासी ठुर्रिहा शामिल हैं। सभी आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। तथा 7 आरोपियो की चलानी कार्यवाही की गई।
सख्त कानूनी कार्रवाई, न्यायालय में 7 पेश
पुलिस ने गिरफ्तार किए गए सात आरोपियों को मंगलवार को न्यायालय में पेश किया। चूंकि मऊगंज में महिला जेल नहीं है, इसलिए महिला आरोपियों को रीवा जेल स्थानांतरित किया जाएगा। इस मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 103 (1), 127 (2), 132, 296, 115 (2), 351 (3), 109, 191 (2), 191 (3), 190,121(2) समेत गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
गडरा गांव में हुई इस हिंसा के बाद पुलिस ने पूरे इलाके को सुरक्षा घेरे में ले लिया है। पुलिस लगातार तलाशी अभियान चला रही है और अन्य फरार आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही है। प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में इलाके में शांति व्यवस्था बनाए रखने के प्रयास किए जा रहे हैं।
इस घटना के बाद पुलिस ने स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अपराधियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और कानून-व्यवस्था बनाए रखने में प्रशासन का सहयोग करें।