यूनियन कार्बाइड का जहरीला कचरा: 335 टन कचरे को पीथमपुर भेजने का काम शुरू, 12 कंटेनर ग्रीन कॉरिडोर से गुजरेंगे

Update: 2024-12-29 09:21 GMT

यूनियन कार्बाइड का जहरीला कचरा

Union Carbide Toxic Waste : मध्यप्रदेश। राजधानी भोपाल से यूनियन कार्बाइड के 335 टन कचरे को पीथमपुर भेजे जाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। रविवार को एक्सपर्ट्स की निगरानी में जहरीला कचरा 12 कंटेनर ट्रकों में भरा जा रहा है। ये ट्रक ग्रीन कॉरिडोर से होते हुए पीथमपुर को जाएंगे। पीथमपुर में इस कचरे को जलाया जाएगा।

भोपाल गैस त्रासदी के 40 साल बाद यूनियन कार्बाइड के 335 टन कचरे को हटाया जा रहा है। कड़ी सुरक्षा के बीच जहरीले कचरे को सावधानी से ट्रकों में भरा जा रहा है। अधिकारी और पुलिसकर्मी समेत एक्सपर्ट्स इस काम में जुटे हैं।

ग्रीन कॉरिडोर की लंबाई 250 किलोमीटर :

जहरीले कचरे को पीथमपुर पहुंचाए जाने के लिए 250 किलोमीटर लंबा ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है। इसी कॉरिडोर से होते हुए 12 कंटेनर पीथमपुर पहुंचेंगे। पीथमपुर में रामकी एनवायरो में इसे जलाया जाएगा।

अदालत ने 6 जनवरी तक दी कचरा जलाने की मोहलत :

हाई कोर्ट द्वारा सरकार को 6 जनवरी तक कचरा जलाए जाने की मोहलत दी गई है। 3 जनवरी को सरकार अदालत में रिपोर्ट पेश करेगी। 2 जनवरी तक यूनियन कार्बाइड का कचरा पीथमपुर तक पहुंचाया जाना है।

पीथमपुर इंडस्ट्रियल वेस्ट मैनेजमेंगट (रामकी) कंपनी द्वारा कचरा जलाए जाने का काम किया जा रहा है। जिस समय जहरीले कचरे से भरे ट्रक रास्ते से गुजरेंगे भोपाल - इंदौर के संभाग आयुक्त ट्रेफिक संभालने जिम्मेदारी संभालेंगे।

कांग्रेस ने किया था विरोध :

पीथमपुर में जहरीले कचरे को जलाये जाने की खबर के सामने आने के बाद से ही स्थानीय लोग और किसान विरोध कर रहे हैं। इन लोगों को कांग्रेस द्वारा भी समर्थन दिया गया। बीते दिनों कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी पीथमपुर पहुँच कर विरोध किया था।

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