कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में जारी किया घोषणा पत्र, जातिगत जनगणना- मुफ्त शिक्षा, जानिए सभी वादे
राजनांदगांव में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और रायपुर में प्रदेश कांग्रेस की प्रभारी शैलजा ने घोषणा पत्र जारी किया
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने रविवार को घोषणा पत्र जारी कर दिया है। कांग्रेस जनता को लुभाने अपने घोषणा पत्र में कई बड़े वादे किए गए हैं। इस बार छत्तीसगढ़ की जनता के लिए कांग्रेस जो वादे लेकर आई है उनमें मुफ्त बिजली, खूबचंद बघेल योजना पांच लाख से बढ़ाकर 10 लाख तक मुफ्त इलाज और धान खरीद को लेकर बड़ा वादा शामिल है। राजनांदगांव में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और रायपुर में प्रदेश कांग्रेस की प्रभारी शैलजा ने घोषणा पत्र जारी किया।
घोषणापत्र की प्रमुख बातें
- 2018 की तर्ज पर किसानों की कर्जमाफी,
- छत्तीसगढ़ में धान खरीद 3200 रुपये में कांग्रेस खरीद करेगी,
- गरीबों के लिए 17 लाख आवास,
- जातिगत जनगणना की जाएगी,
- केजी से पीजी तक निःशुल्क शिक्षा,
- वनोपज की खरीद पर एमएसपी से ऊपर 10 फीसदी अतिरिक्त,
- तेन्दूपत्ता संग्राहकों को चार हजार रुपये इनपुट सब्सिडी,
- खूबचंद बघेल योजना पांच लाख से बढ़ाकर 10 लाख तक मुफ्त इलाज,
- अन्य सभी लोगों को 50 हजार से बढ़ाकर पांच लाख मुफ्त इलाज,
- भूमिहीन कृषि न्याय योजना में 7 हजार से बढ़ाकर 10 हजार,
- सिलेंडर रिफील करने पर 5 सौ रुपये सब्सिडी,
- दो सौ यूनिट तक बिजली फ्री,
- स्वसहायता समूहों का कर्जा माफ,
- सात सौ नवीन ग्रामीण औद्योगिक पार्क,
- राज्य के सभी स्कूलों को स्वामी आत्मानंद योजना में अपग्रेड,
- दुर्घटनाओं में मुख्यमंत्री विशेष सहायता योजना के तहत 25 लाख तक की चिकित्सकीय सहायता व निःशुल्क इलाज,
- परिवहन व्यवसाय से जुड़े 66 सौ वाहन मालिकों का 2018 तक का 726 करोड़ का मोटरस्थान कर ब्याज माफ़। \
- तिवरा की भी समर्थन मूल्य पर खरीद की जाएगी।
संविदा कर्मियों पर भाजपा का भी वादा नहीं, भूपेश ने मोदी-रमण पर साधा निशाना
कांग्रेस का चुनावी घोषणा पत्र जारी करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश ने पीएम नरेन्द्र मोदी, पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, और भाजपा की घोषणा पत्र पर कई हमले किए। मोदी के मां बम्लेश्वरी के दर्शन और आशीर्वाद पर कहा कि माता का आशीर्वाद मोदी को नहीं मिलेगा। क्योंकि उन्हें छत्तीसगढ़ की जनता से लेना देना नहीं है। वो केवल अडानी के हित की बात करते हैं। घोषणा पत्र में संविदाकर्मियों के नियमितीकरण की घोषणा न होने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि रमन सिंह संविदाकर्मियों के धरना प्रदर्शन में वादा कर आए थे, लेकिन भाजपा के घोषणा पत्र में इसका कोई उल्लेख नहीं है।