संभल में सनातन के सबूत: संभल में 46 साल बाद खुले मंदिर के कुएं में निकले श्रीगणेश, माता लक्ष्मी और कार्तिकेय की मूर्तियां…
मंदिर पर देव दर्शन को उमड़ा सनातनियों का सैलाब
संभल। उप्र के जिले संभल के खग्गू सराय का प्राचीन शिव मंदिर बीते कुछ दिनों से पूरे देश में सनातन धर्म प्रेमियों के बीच सुर्खियों का मुख्य बिंदु बना हुआ है, क्योंकि यह प्राचीन शिव मंदिर पिछले 46 वर्षों से क्षेत्र में बंद हालत में था और जिसका बंद होने का मुख्य कारण था मुस्लिम समाज।
क्योंकि यह प्राचीन मंदिर पिछले वर्ष 1978 में दंगे के बाद मुस्लिमों द्वारा हिन्दुओं के पलायन के बाद जबरन बंद कराया गया था। जिसे प्रशासन ने बिजली चेकिंग के दौरान देखा और खोला।
जिसके बाद पूरे देश भौंचका रह गया और यह भी पता चला कि आज भी देश में मुस्लिमों द्वारा हिन्दुओं के मंदिरों को विलुप्त और तहस-नहस करने की मुगलकालीन प्रथा निरंतर चलाई जा रही है।
सोमवार की सुबह 10ः24 बजे के करीब कुएं में खुदाई के दौरान एक संगमरमर की मूर्ति मिली। इसके बाद 10ः28 बजे दूसरी मूर्ति मिली। अधिक खुदाई करने पर करीब 11ः30 बजे मलबे में तीसरी मूर्ति दिखाई दी। सभी मूर्तियों को बाहर निकाला गया।
एएसपी श्रीशचंद्र ने तीनों मूर्तियों को अपने कब्जे में ले लिया। वहीं मूर्तियां मिलने की खबर फैलते ही क्षेत्र में हिन्दुओं की आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा।
हिन्दुओं की उत्सुकता इतनी बढ़ गई कि मंदिर परिसर की चारों दिशाओं से हर−हर महादेव और जय श्री राम के जयकारों की गूंज आकाश में गूंजने लगी।
प्रशासन ने जांच के लिए भेजी मूर्तियां
एएसपी ने बताया कि प्रथम दृष्टया संगमरमर की जो मूर्ति है वह कार्तिकेय की लग रही है। जो खंडित भी है। वहीं दूसरी मूर्ति भगवान श्रीगणेश और तीसरी माता लक्ष्मी की प्रतीत हो रही है। यह मूर्तियां कितनी पुरानी हैं और इसका क्या महत्व है, यह जानने के लिए इन्हें जांच के लिए भेजा जाएगा।
मंदिर मार्ग पर लगेंगे सीसीटीवी
प्राचीन शिव मंदिर मिलने के बाद पुलिस प्रशासन ने मंदिर इलाके में सर्तकता बढ़ा दी है। शनिवार से ही मंदिर और क्षेत्र में जगह-जगह पुलिसकर्मी तैनात हैं। वहीं पुलिस प्रशासन ने मंदिर के गर्भ गृह और आसपास सीसीटीवी कैमरे भी लगवा दिए हैं। जिससे वहां होने वाली हर गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। वहीं मंदिर के जीर्णोद्धार का कार्य कराने का प्रयास जारी है।