जल्द होगी चंद्रनगर की वापसी, फिरोजाबाद अब होगा इतिहास, योगी सरकार करेगी आखिरी फैसला
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ तो पहले ही फिरोजाबाद का प्राचीन नाम चंद्रनगर का उपयोग करता रहा है।
लखनऊ/फिरोजाबाद। उत्तर प्रदेश में जिलों का नाम बदलने की की लिस्ट में एक और नाम जुड़ने जा रहा है, दरअसल इस बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जिलों का नाम बदले के बदलने के निशाने पर फिरोजाबाद है। जिसका नाम बदलकर चंद्रनगर किए जाने संबंधी प्रस्ताव जिला पंचायत बोर्ड की बैठक में पारित कर दिया गया है। पिछले शनिवार को जिला पंचायत बोर्ड की प्रथम बैठक में फिरोजाबाद सदर से ब्लॉक प्रमुख भाजपा नेता लक्ष्मी नारायण यादव ने फिरोजाबाद का नाम बदलकर चंद्रनगर किए जाने का प्रस्ताव शासन को भेजने का अनुरोध लिखित तौर पर किया।
लक्ष्मी नारायण यादव ने सोमवार को बताया कि सांसद चंद्रसेन जादौन ने भी जिला पंचायत बोर्ड की बैठक में फिरोजाबाद का नाम चंद्रनगर किए जाने की मांग का समर्थन किया। इसके बाद यह प्रस्ताव पारित कर दिया गया। अब इसे अंतिम निर्णय के लिए शासन को भेजा जाएगा। यादव ने कहा कि फिरोजाबाद का पूर्व में नाम चंद्रवाड़ था और बाद में इसे बदलकर फिरोजाबाद कर दिया गया था इसलिए इसका नाम चंद्र नगर होना चाहिए। इससे पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष के शपथ ग्रहण समारोह में भी प्रदेश के कैबिनेट मंत्री एवं जनपद के प्रभारी राजेंद्र सिंह उर्फ मोती सिंह ने शपथ ग्रहण समारोह को संबोधित करने के दौरान फिरोजाबाद की जगह चंद्रनगर कहकर संबोधित किया था। वहीं, अन्य संगठनों ने फिरोजाबाद का नाम चंद्रनगर के स्थान पर सुहाग नगर किए जाने की मांग उठाई है।
राजा चन्द्रसेन के नाम पर रखा गया था चन्द्रनगर
भाजपा नेता कन्हैयालाल ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ तो पहले ही फिरोजाबाद का प्राचीन नाम चंद्रनगर का उपयोग करता रहा है। प्राचीन समय में जैन राजा चंद्रसेन की नगरी थी, जिसका नाम चंद्रवाड़ था। कालांतर में मुस्लिम शासकों ने चंद्रवाड़ पर हमला कर इसे तहस-नहस कर दिया था। चंद्रवाड़ नगरी के अवशेष अभी भी यमुना किनारे मौजूद हैं। 1566 में अकबर ने सिपहसालार फिरोजशाह को भेजा था, जिसके बाद बसाए गए नगर का नाम फिरोजाबाद रखा गया था।
शासन से उम्मीद
जिला पंचायत अध्यक्ष हर्षिता सिंह का कहना है कि हमने अपने स्तर से काम पूरा कर दिया है। अब इस शहर का नाम बदलने के लिए लगातार पैरवी की जाएगी। हर संभव कोशिश की जाएगी कि इस सुहागनगरी को अपना पुराना नाम चन्द्रनगर वापस मिल सके जिसे मुगल शासकों ने बदल दिया था। जैन विद्वान अनूप चन्द्र जैन का कहना है जैन राजा चन्द्रसेन ने चन्द्रवाड़ बसाया था और यहां तमाम जैन मंदिर बनवाए थे। जिन्हें मुगल शासकों ने हमला कर जमींदोज कर दिया।