Lucknow: हेमंत तिवारी पांचवीं बार अध्यक्ष, कड़े मुकाबले में भारत सिंह को मिली सचिव की कुर्सी और आलोक त्रिपाठी दोबारा बने कोषाध्यक्ष...
उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति-2024 के चुनाव परिणाम जारी, आकाश शेखर शर्मा, अविनाश चन्द्र मिश्र एवं राघवेंद्र त्रिपाठी उपाध्यक्ष निर्वाचित
डॉ. अतुल मोहन सिंह, लखनऊ। देश भर की पत्रकारिता में चर्चा का केंद्र बन चुकी उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति-2024 के चुनाव परिणाम शनिवार देर रात तक चली मतगणना के बाद जारी कर दिए गए। हेमंत तिवारी लगातार पांचवीं बार अध्यक्ष निर्वाचित हुए। उन्होंने इस बार भी निकटतम प्रतिद्वंदी मनोज कुमार मिश्र को हराया। वहीं, सचिव पद पर हुए कांटे की टक्कर में दो बार के उपविजेता रहे भारत सिंह ने बड़ा उलटफेर करते हुए निवर्तमान सचिव शिवसरन सिंह को करारी मात दे दी। शिवसरन सिंह लगातार दो बार सचिव रह चुके हैं।
उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति-2024 के लिए बने निर्वाचन आयोग के पैनल ने शनिवार सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान करवाया। इसके बाद से शुरू हुए मतगणना रविवार भोर तक चली। सबसे पहले अध्यक्ष, सचिव और कोषाध्यक्ष के परिणाम घोषित हुए। इसमें चार बार के अध्यक्ष रहे हेमंत तिवारी पांचवीं बार भी कुर्सी पर अपनी पकड़ बरकरार रखने में कामयाब रहे। उन्होंने इस बार अपने निकटतम प्रतिद्वंदी मनोज मिश्र को हराया, पिछली बार वह ज्ञानेंद्र शुक्ल को हराकर चुनाव जीते थे। हेमंत तिवारी को इस बार 395 मिले, वहीं, मनोज मिश्रा को 279 वोट से ही संतोष करना पड़ा। वहीं, सचिव पद पर लगातार दो बार के उप विजेता रहने वाले भारत सिंह ने तीसरी बार में निवर्तमान सचिव शिवसरन सिंह को कड़े मुकाबले में 3 मतों से हरा दिया। भारत सिंह को 192 मत तो दूसरे नंबर पर रहे शिव शरण सिंह को 189 मत मिले।
कोषाध्यक्ष पद पर आलोक कुमार त्रिपाठी ने 257 मत पाकर जीत दर्ज की। दूसरे नंबर पर 174 मत के साथ इंद्रेश रस्तोगी रहे। उपाध्यक्ष के तीन पदों के लिए आकाश शेखर शर्मा-189, अविनाश चन्द्र मिश्र-175 एवं राघवेंद्र त्रिपाठी-169 ने जीत हासिल की। संयुक्त सचिव के तीन पदों के लिए विजय कुमार त्रिपाठी-264, अनिल कुमार सैनी-168 एवं नीता देवी मिश्रा-137 ने विजयश्री का स्वाद चखा। कार्यकारिणी सदस्य के 12 पदों के लिए दिलीप सिन्हा-383, रितेश सिंह-345, अब्दुल वहीद-271, नवेद शिकोह-257, वेद प्रकाश दीक्षित-249, भूपेंद्र मणि त्रिपाठी-245, शबीहुल हसन-245, राघवेन्द्र प्रताप सिंह-221, रेनू निगम-216, शेखर पंडित-213, सुयश मिश्रा-200 एवं सत्येन्द्र राय-197 को सफलता मिली।
भारत सिंह ने रचा इतिहास, 3 वोट के अंतर से भी बन गए ख़ास : अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी शिवशरण सिंह को पछाड़ते हुए भारत सिंह ने महज तीन वोटों के मामूली अंतर से सचिव का प्रतिष्ठित पद जीत लिया। 2024 में हुए कड़े मुकाबले वाले चुनाव में भारत सिंह को 192 वोट मिले और वह विजेता बने, जबकि शिवशरण सिंह को 189 वोट मिले और वह दूसरे स्थान पर रहे। तीसरे स्थान पर रहे अजय श्रीवास्तव को 131 वोट मिले, चौथे स्थान पर रहे अरुण कुमार त्रिपाठी को महज 98 वोट मिले। पांचवें नंबर तक पहुंचे राघवेंद्र प्रताप सिंह 'रघु' को 53 और अंतिम पायदान पर रहे सुल्तान शहरयार खान को मात्र 29 वोट ही मिल सके। सचिव पद के लिए मतदान का प्रतिशत 83.87 रहा। यह चुनाव परिणाम इसलिए भी काफी महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि विभिन्न संगठनों के मतदाता सुबह से ही विधान भवन के तिलक हॉल में वोट डालने के लिए कतारबद्ध होकर खड़े थे। उम्मीदवारों की ओर से अंतिम समय तक लुभाए जाने के बावजूद, मतदाताओं ने काफी परिपक्वता दिखाई और इस बार बदलाव के लिए मतदान किया। इस बदलाव के वाहक बने भारत सिंह को प्रतिष्ठित सचिव पद के लिए चुना गया। चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद दूसरे स्थान पर रहे उम्मीदवार शिवसरन सिंह ने दोबारा मतगणना की मांग करते हुए विरोध दर्ज कराया। हालांकि, चुनाव अधिकारियों ने कहा कि सोमवार को सभी उम्मीदवारों की मौजूदगी में एक बैठक बुलाई जाएगी और पुनर्मतगणना के बारे में उनकी राय ली जाएगी। नतीजे, बदलते रुझान और स्पष्ट प्रतिमान बदलाव को भी दर्शाते हैं।
अध्यक्ष पद पर थे 8 दावेदार, हेमंत तिवारी का सिक्का रहा बरकरार : अध्यक्ष पद के लिए 8 प्रत्याशी मैदान में थे। इस बार के चुनाव में सर्वाधिक 395 मत हेमंत तिवारी को मिले। 279 मतों के साथ मनोज कुमार मिश्र दूसरे, 27 मतों के साथ प्रभात कुमार त्रिपाठी तीसरे, 25 मतों के साथ देवकी नंदन मिश्रा चौथे, 16 मतों के साथ अनुराग यादव पांचवें, 14 मतों के साथ अमरेंद्र प्रताप सिंह छठवें, 11 मतों के साथ शशिनाथ दुबे सातवें एवं 3 मतों के साथ विक्रम राव आठवें अर्थात अंतिम स्थान पर रहे। सचिव में विजेता भारत सिंह को 192, शिव सरन सिंह को 189, अजय श्रीवास्तव को 131, अरुण त्रिपाठी को 98, राघवेन्द्र प्रताप सिंह रघु को 53 एवं सुलतान शहरयार खान को 29 मत मिले। कोषाध्यक्ष पद पर जीते आलोक कुमार त्रिपाठी 257 मत मिले, जबकि इंद्रेश रस्तोगी को 174, दिलीप कुमार सिंह को 121 एवं संजय कुमार चतुर्वेदी को 123 मतों से ही संतोष करना पड़ा।
उपाध्यक्ष पद पर 17 एवं संयुक्त सचिव पर थे 12 प्रत्याशी : तीन पदों वाले उपाध्यक्ष के लिए 17 दावेदार मैदान में थे। इसमें आकाश शेखर शर्मा, अविनाश चन्द्र मिश्र एवं राघवेंद्र त्रिपाठी विजेता बने। इसके साथ ही, अखिलेश कुमार सिंह, अशोक चकलादर, द्वारिका प्रसाद शुक्ल 'डीपी', कृष्ण कुमार सिंह 'केके', प्रदीप कुमार सिंह 'बागी', राजीव तिवारी 'बाबा', रजनीश यादव, राम सिंह तोमर, सत्यवीर सिंह, शेखर श्रीवास्तव, सुरेंद्र अग्निहोत्री, सुरेश यादव, तमन्ना फरीदी एवं जफर इरशाद को हार का समाना करना पड़ा। वहीं, संयुक्त सचिव के 3 पदों पर 12 दावेदार मैदान में थे। इसमें विजय कुमार त्रिपाठी-264, अनिल कुमार सैनी-168 एवं नीता देवी मिश्रा-137 ने विजयश्री का स्वाद चखा। सर्वाधिक प्रत्याशियों वाले उपाध्यक्ष पद के चुनाव में अखिलेश श्रीवास्तव, एंथोनी सिंह, हुमायूं चौधरी, जितेन्द्र कुमार सिंह, कौसर जहां, मोहम्मद जुबैर अहमद, पुनीत मोहन श्रीवास्तव एवं डॉ.शिशुपाल सिंह को हार का सामना करना पड़ा।
कार्यकारिणी सदस्य पर भी दावेदारों ने खूब लगाया ज़ोर : यूं तो कार्यकारिणी सदस्य का पद इस समिति में निचले पायदान पर आता है, पर इस बार यहां भी दावेदारों ने खूब जोर लगाया।युवाओं से लेकर दिग्गजों तक ने सदस्य के लिए अपना पर्चा भरा। कार्यकारिणी सदस्य के 12 पदों के सापेक्ष 27 दावेदार मैदान में ताल ठोंक रहे थे। इसमें 383 मतों के साथ दिलीप कुमार सिन्हा पहले, 345 मतों के साथ रितेश सिंह दूसरे, 271 मतों के साथ अब्दुल वहीद तीसरे, 257 मतों के साथ नवेद शिकोह चौथे, 249 मतों के साथ वेदप्रकाश दीक्षित पांचवें, 245 मत पाकर भूपेंद्र मणि त्रिपाठी एवं शबीहुल हसन संयुक्त रूप से छठवें स्थान पर रहे। 221 मतों के साथ राघवेंद्र प्रताप सिंह सातवें, 216 मतों के साथ रेनू निगम आठवें, 213 मतों के साथ शेखर पंडित नौवें, 200 मत पाकर सुयश मिश्रा दसवें एवं 197 मत पाकर सत्येन्द्र राय ग्यारहवें स्थान पर रहते हुए बारहवें नंबर के विजेता बने। वहीं, अजय कुमार वर्मा, अमरीश शुक्ल, अतिकुर रहमान सिद्दीकी, बलराम गुप्ता, धीरेन्द्र बहादुर श्रीवास्तव, प्रभप्रीत सिंह, प्रेम शंकर अवस्थी, राम कृष्ण वाजपेयी, संजय सिंह श्रीवास्तव, संतोष कुमार भार्गव, सैयद अख्तर अली, शिवेंद्र पाण्डेय, शिव नरेश सिंह एवं वेद प्रकाश शर्मा को पराजय का सामना करना पड़ा।