बहराइच: महसी-बेहड़ा मार्ग गड्ढों में तब्दील, लोगों का आवागमन दुश्वार

दुश्वारियां देखने हेतु रामगांव- रांजी चौराहा होते हुए बेहड़ा और शिवपुर का सफर कीजिए। महज 45 किमी की दूरी 3 में तय होगी।

Update: 2021-04-04 13:14 GMT

खैरीघाट(बहराइच):  जिले की सड़कों के चाक-चौबंद होने का दावा तो प्रशासन फाइलों में कर रहा है लेकिन आवागमन की दुश्वारियां देखनी है तो रामगांव- रांजी चौराहा होते हुए बेहड़ा और शिवपुर का सफर कर लीजिए। महज 45 किलोमीटर की दूरी तय करने में ढाई से 3 घंटे लग जाते हैं। कई बार आवागमन की इन दुश्वारियों के मामले में लोगों ने आवाज भी उठाई लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। प्रतिदिन गड्ढा युक्त सड़कों पर हिचकोले लेते हुए लोग सफर करने को मजबूर हैं।

विकास खण्ड शिवपुर अंतर्गत बेलहा बेहरोली तटबन्ध पर बना डामर मार्ग बेहडा बाजार से शिवपुर तक करीब 5किमी रोड गढ्ढो में तब्दील हो चुका है। वह बेहड़ा से राजी चौराहा, रामगाँव होते हुए जिला मुख्यालय बहराइच के 45 किलोमीटर का सफर क्षेत्र के लोगों के लिए नाकों चने चबाने जैसा है। इस मार्ग पर बेहडा से नानपारा के लिए प्राइवेट बस, इक्का तांगा, सहित अन्य साधनों का आवागमन बना रहता है।

बेहडा निवासी उग्रसेन सिंह चौहान बन्धु ने बताया कि मार्ग पर बने गड्ढे मौत को दावत दे रहे है ,अभी छः माह पूर्व नानपारा से बेहडा के लिए आ रही प्राइवेट बस जैसे शिवपुर टिकान पुरवा के मध्य पहुँची बस का पट्टा दूटने से बस बांध के नीचे पलट गयी थी, जिसमे कई यात्री घायल हुए थे, जबकि बेहडा निवासी खैरीघाट थाने के चौकीदार को गम्भीर चोटे आने से मेडिकल कालेज लखनऊ भेजा गया, जहाँ इलाज दौरान मौत हो चुकी है। वावजूद इसके अभी तक इस टूटे डामर मार्ग की तरफ किसी का ध्यान नहीं जा रहा है। क्षेत्रिय अवाम ने इस मार्ग को अविलम्ब बनाने की आवाज उठाते हुए जिला प्रशासन को पुनः पत्र भेजा है।

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