UP Bureaucracy: ब्यूरोक्रेसी में हो सकते हैं बड़े फेरबदल, एक ही जाति के न हो कलेक्टर और कप्तान इस बात का भी खास ख्याल
Reshuffle in UP Bureaucracy : लखनऊ। उत्तरप्रदेश में नये साल की शुरूआत के साथ ही ब्यूरोक्रेसी में बड़ा फेरबदल हो सकता है। हाल में बड़ी संख्या में हुए आईएएस अफसरों के प्रमोशन को देखते हुए ये फेरबदल राज्य में सुशासन के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण हो सकता है।
जनवरी में नौकरशाही में फेरबदल की शुरुआत प्रमुख सचिव, सचिव और मंडलायुक्त के स्तर से हो सकती है। प्रमुख सचिव की तैनाती पर भी मंथन हो चुका है। सूत्रों के अनुसार जिलाधिकारियों का स्थानांतरण जनवरी के दूसरे हफ्ते में होने की संभावना है। डीएम के ट्रांसफर पर मंथन फिलहाल जारी है।
नियुक्ति विभाग के ईमानदार छवि वाले नये मुखिया एम देवराज की अफसरों को काम की कसौटी पर परखने का अलग पैमाना है। उनके ट्रैक रिकार्ड को देखते हुए सबकी नजरें इस संभावित फेरबदल पर लगी हैं।
सूत्रों के मुताबिक प्रस्तावित फेरबदल में इस बार "इनपुट" देने का काम ब्यूरोक्रेसी के "सेकेंड इन कमांड" के हाथों में है। अब तक नियुक्तियों में अहम रोल निभाने वाले "फर्स्ट इन कमांड" बैकग्राउंड में रहेंगे हालांकि वे अपने रसूख के सहारे चहेतों को मलाईदार पदों पर स्थापित करने की जुगत में पर्दे के पुछे से लगे हुए हैं।
सूत्रों के मुताबिक नियुक्ति विभाग इस बार सावधानी बरत रहा है कि जिलों में कलेक्टर, कप्तान और सीडीओ एक ही जाति के न हों। इसके लिए नियुक्ति विभाग सभी काबिल अफसरों का ब्योरा खंगाल रहा है। कुल मिलाकर ये फेरबदल चौकाने वाला हो सकता है, ऐसा नौकरशाही के जानकारों का मानना है।