संभल दंगे: 47 साल पहले हुए दंगों की जांच कैसे करेंगे अधिकारी, सीएम ने एक हफ्ते में मंगाई है रिपोर्ट
उत्तरप्रदेश। संभल में 1978 में हुए दंगों की फिर से जांच होगी। जामा मस्जिद के मौलवी की हत्या के बाद भड़के दंगे में 184 लोग मारे गए थे। 2 महीने तक संभल में कर्फ्यू लगा रहा था। पिछले दिनों CM योगी ने विधानसभा में इस दंगे का जिक्र भी किया था। अब इस मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं। यही नहीं सीएम ने सात दिन के अंदर रिपोर्ट भी तलब की है। ऐसे में लोग सवाल उठा रहे हैं कि, आखिर 47 साल पहले हुए दंगों की जांच कैसे की जाएगी।
जानकारी के अनुसार 17 दिसंबर 2024 को एमएलसी श्रीचंद शर्मा ने एक पत्र लिख सरकार से इस मामले की फ़ाइल दोबारा खुलवाने और जांच करने की अपील की थी। इसके बाद 6 जनवरी को गृह सचिव सत्येंद्र प्रताप सिंह ने मामले पर संज्ञान लिया। संभल एसपी केके बिश्नोई को एक हफ्ते के अंदर रिपोर्ट पेश करने के लिए आदेश दिया गया है।
इसके बाद एसपी ने डीएम को बताया कि, इस मामले में जांच के लिए एएसपी श्रीचंद को जिम्मेदारी दी है। वे अपने स्तर पर सहयोगी अधिकारी नियुक्त कर जांच करेंगे।
बता दें कि, जिस समय संभल में हिंसा भड़की थी उस समय जनता पार्टी की सरकार थी और मुख्यमंत्री नरेश यादव थे। बीते दिनों सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में इस मामले का जिक्र किया था। सीएम ने कहा था कि, घड़ियाली आंसू बहाने वाले निर्दोष हिन्दुओं के बारे में दो शब्द नहीं बोलते।