उत्तरप्रदेश। संभल के थाना नखाशा क्षेत्र के मोहल्ला खग्गू पुरा में 46 साल बाद खोले गए मंदिर के पास कुएं की खुदाई के दौरान मां पार्वती की खंडित प्रतिमा समेत तीन मूर्ती मिली है। खुदाई करीब 15-20 फुट तक की गई थी और माना जा रहा है कि यह प्रतिमा इसी मंदिर से संबंधित हो सकती है।
संभल के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) श्रीश चंद्र ने कहा, "ये टूटी हुई मूर्तियाँ हैं जो कुएँ की खुदाई के दौरान मिलीं। एक मूर्ति भगवान गणेश की है। दूसरी मूर्ति भगवान कार्तिकेय की लगती है, अधिक जानकारी जुटाई जा रही है। कुएँ में मलबा और मिट्टी थी। जब कुएँ को खोदा गया तो मूर्तियाँ मिलीं...क्षेत्र को सुरक्षित कर दिया गया है ताकि खुदाई सुचारू रूप से हो सके।"
संभल में मिले इस पुराने मंदिर की स्थिति और इतिहास की जांच के लिए एएसआई को निर्देश जारी किया गया हैं। डीएम डॉ. राजेंद्र पेंसिया ने बताया था कि मंदिर परिसर से अवैध अतिक्रमण हटा दिया गया है और जांच के बाद अन्य अतिक्रमण पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी। मंदिर की सुरक्षा के लिए अस्थायी पुलिस बल तैनात किया गया है और सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। संकरी गलियों में चल रही मेंथॉल ऑयल की अवैध फैक्ट्रियों को भी बंद करने के निर्देश दिए गए हैं। अतिक्रमण हटाने के लिए छह टीमें बनाई गई हैं, जिनके साथ पुलिस और बुलडोजर भी मौजूद रहेंगे।
दरअसल, संभल जिला प्रशासन ने शनिवार को नखासा थाना क्षेत्र के खग्गू सराय इलाके में अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया था। इस दौरान उन्हें एक हनुमान - शिव मंदिर मिला जो 46 साल से बंद बताया जा रहा है। इस मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति और शिवलिंग था। अब संभल के जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पेंसिया ने इस मंदिर का सर्वेक्षण करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि हमने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) को पत्र लिखा है।
डीएम ने बताया कि एएसआई को दिए गए पत्र में हमने इस मंदिर की जांच की मांग की है। उन्होंने आगे कहा कि हम इस बात की जांच करेंगे कि मंदिर में मूर्ति कितनी पुरानी है और शिवलिंग कितना पुराना है। इसके साथ ही मंदिर और कुएं का कार्बोनेटिंग कराने की मांग की गई है।