Pithampur Stone Pelting: पीथमपुर में रामकी कंपनी पर पथराव, पुलिस ने आंसू गैस का किया प्रयोग

Update: 2025-01-04 06:19 GMT

Pithampur Ramki Company Stone Pelting: मध्य प्रदेश। पीथमपुर के रामकी कंपनी में यूनियन कार्बाइड का जहरीला कचरा जलाने को लेकर ग्रामीणों का विरोध प्रद्रशन शनिवार को भी जारी है। बताया जा रहा है कि, शनिवार सुबह कंपनी के करीब तारपुरा पहाड़ी के करीब ग्रामीणों ने पथराव किया है। पुलिस ने भीड़ पर आंसू गैस का प्रयोग कर उन पर काबू पाने की कोशिश की। पथराव में पुलिस वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए हैं।

जानकारी के अनुसार, विरोध प्रदर्शन के दौरान महिलाओं ने भी पुलिस वाहन पर पत्थर बरसाए हैं। शनिवार सुबह से हर जगह पुलिस बंदोबस्त लगा रहा। पीथमपुर में शांति बनी हुई है। सुबह सामान्य दिनों की तरह दुकानें खुली।

एसडीएम ने दी समझाइश 

फैक्ट्री पर पथराव के बाद एसडीएम प्रमोद कुमार गुर्जर मौके पर पहुंचे हैं। SDM ने लाउड स्पीकर से ग्रामीणों को दी समझाइश और पथराव कर रहे लोगों को खदेड़ कर गांव भेज दिया गया है। बता दें कि, शुक्रवार को हुए घटनाक्रम के पुलिस वीडियो फुटेज खंगाल रही है। इसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

एनजीटी में लगाई गई याचिका

नागरिक उपभोक्ता मंच के अध्यक्ष डॉ.पीजी नाजपांडे और सामाजिक कार्यकर्ता रजत भार्गव ने यूनियन कार्बाइड कचरा निस्तारण मामले में एनजीटी भोपाल में याचिका दायर की है। यह याचिका शनिवार को दायर की गई, जिस पर शीघ्र सुनवाई की मांग की गई है।

शुक्रवार को भी हुआ जमकर प्रदर्शन

पीथमपुर की जनता विरोध दर्ज करते हुए अब प्रशासन के प्रति नाराजगी भी जताने लगी है। शुक्रवार को पीथमपुर के प्रमुख व गणमान्य ही नहीं बल्कि श्रमिक, रहवासी, बुजुर्ग, महिलाएं युवा और बच्चे भी विरोध प्रदर्शन का हिस्सा बने। देर रात तक विरोध प्रदर्शन जारी रहा।

बरदरी में शाम को पुलिस ने जाम खुलवाया था पर लोगों ने फिर से रास्ता जाम कर दिया। साथ ही धन्नड़ में देर रात तक विरोध करने के लिए लोग जमा रहे। इस दौरान पुलिस भी तैनात रही। रात करीब नौ बजे पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने का प्रयास किया।

इस दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया तो प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर जमकर पत्थर चलाए। पुलिस ने बताया कि, कुछ ग्रामीण सुबह से ही रास्ता जाम करने का प्रयास कर रहे थे।

झूठी अफवाहों से न हो प्रभावित

वहीं पीथमपुर में प्रदर्शन को लेकर मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव ने कहा, सुप्रीम कोर्ट के अनुसार वह फैक्ट्री उपयुक्त है। मैं लोगों से अपील करता हूं कि हमें झूठी अफवाहों से प्रभावित नहीं होना चाहिए। सरकार यूनियन कार्बाइड कचरे का प्रबंधन वैज्ञानिकों के मार्गदर्शन में ही करेगी। हम कभी ऐसा कदम नहीं उठाएंगे जिससे किसी व्यक्ति की जान को खतरा हो।  पूरी खबर पढ़नें के लिए यहां क्लिक कीजिये

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