नई दिल्ली। गूगल ने हाल के दिनों में प्ले स्टोर से लगातार मैलिशस ऐक्टिविटीज के लिए कई ऐप्स को डिलीट किया है। अब टेक दिग्गज ने उन ऐंड्रॉयड ऐप्स को गूगल प्ले स्टोर से हटाया है जिन्होंने यूजर्स से शूज, स्नीकर्स और टिकट फ्री देने का वादा किया। लेकिन इन ऐप्स ने यूजर्स के फोन में बॉटनेट इंस्टॉल कर दिया।
हम आपको बता दें कि Satori टीम 2019 से इस बारे में रिसर्च कर रही है। ये ऐप्स यूजर्स को लालच देते हैं कि इन ऐप्स को डाउनलोड करने पर उन्हें फ्री गिफ्ट्स मिलेंगे। इन ऐप्स को डाउनलोड करने पर यूजर्स को फ्री शूज, टिकट्स, कूपन, स्नीकर्स, बूट्स और महंगे डेंटल ट्रीटमेंट ऑफर किए जा रहे थे। इन ऐप्स को इंस्टॉल किए जाने के बाद यूजर्स से फ्रीबीज़ पाने के लिए दो हफ्ते का इंतजार करने को कहा जाता था।
दरअसल, दो हफ्ते के इस टाइम पीरियड के दौरान ये ऐप्स क्रोम का टोन्ड-डाउन वर्ज़न यानी वेबव्यू के मोडिफाइड वर्ज़न को रन करते थे। इसका इस्तेमाल बाद में ऐड्स प्ले करने और इन फर्जी ऐड इंप्रेशन से रेवेन्यू अर्जित करने के लिए किया जाता था। यूजर्स को इस प्रोसेस की जानकारी नहीं थी कि यह सब उनकी जानकारी के बिना हो रहा है। Satori टीम ने बताया कि फेक ऐड नेटवर्क चलाने के बावजूद Terracotta डिफ्रॉडेड ऐड नेटवर्क से पहचाने जाने को नजरअंदाज कर सकता था।
हालांकि, इससे यूजर्स पर सीधा कोई असर नहीं पड़ रहा था। इसके बावजूद Terracotta ऐप्स खतरनाक हैं क्योंकि ये बैटरी और मोबाइल डेटा की खपत बहुत ज्यादा करते हैं। टेराकोटा ऐप्स को चलाने वाला नेटवर्क बहुत बड़ा है और करीब सिर्फ जून के आखिरी सप्ताह में 65 हजार से ज्यादा फोन्स में 2 बिलियन से ज्यादा ऐंड्स लोड हुए। White Ops ने गूगल को इस बारे में जानकारी दी और अब इनमें से ज्यादातर ऐप्स को प्ले स्टोर से हटा दिया गया है। लेकिन अभी भी कुछ ऐसे ऐप्स मौजूद हैं।
इस तरह के मामलों में मैलिशस ऐप्स की लिस्ट को आमतौर शेयर किया जाता है। लेकिन इस बार ऐसा नहीं किया गया है। इस तरह के ऐप्स से बचने का सबसे बेहतर तरीका है कि अपने फोन में इन्हें इंस्टॉल करने से पहले अच्छी तरह से जांच लें।