योगी प्रसाशन का बड़ा फैसला: सम्भल में सैयद सालार मसूद गाजी की याद में लगने वाले 1,000 साल पुराने नेजा मेला पर रोक….
प्रशासन ने कहा-किसी ने मेले का झंडा गाड़ा तो राष्ट्रद्रोही कहलाएगा, जिसने देश लूटा, उसके नाम पर आयोजन क्यों;
संभल। संभल के एक आयोजन को लेकर प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है। यहां होने वाले नेजा मेला पर प्रशासन ने रोक लगा दी है। बता दें कि सैयद सालार मसूद गाजी की याद में हर साल नेजा मेला होली के बाद के दूसरे मंगलवार को लगता था।
इसके पहले मंगलवार को मेले का झंडा लगाया जाता है। इस हिसाब से इस बार झंडा लगाने की परंपरा 18 मार्च को होनी थी। उसके पहले ही संभल प्रशासन ने इस आयोजन पर रोक लगा दी। इस आदेश के बाद संभल में सैयद सालार मसूद गाजी की याद में लगने वाला नेजा मेला इस साल नहीं होगा।
संभल प्रशासन ने नेजा मेला कमेटी से साफ कह दिया है कि लुटेरे के नाम पर किसी भी आयोजन की अनुमति नहीं दी जाएगी। जिसने देश को लूटा उसके नाम पर मेले का आयोजन नहीं किया जाएगा। अगर किसी ने भी नेजा मेले का झंडा गाड़ा तो वह राष्ट्रद्रोही कहलाएगा।
बता दें कि संभल में होली के बाद दूसरे मंगलवार को सैयद सालार मसूद गाजी की याद में नेजा मेले का आयोजन होता था, जबकि होली के बाद पहले मंगलवार को नेजा मेले की ढाल गाढ़ी (झंडा लगाना) जाती थी। इस बार इस आयोजन को लेकर प्रशासन ने अनुमति देने से इनकार कर दिया है।
सोमवार को नेजा मेला कमेटी के लोग सदर कोतवाली में एएसपी श्रीश चंद्र से मिले। कमेटी के लोगों ने बताया कि सैयद सालार मसूद गाजी के नाम पर संभल में नेजा मेले का आयोजन होता है। उससे पहले नेजा मेले की ढाल गाढ़ी जाती है।
एएसपी श्रीश चंद्र ने साफ शब्दों में कमेटी से कहा, यहां पर सैयद सालार मसूद गाजी के नाम पर मेले का आयोजन नहीं होगा। जिसने सोमनाथ को लूटा था, उस लुटेरे की याद में मेला नहीं लगेगा। याद रखिए अगर झंडा लगाया तो आप राष्ट्रद्रोही कहलाएंगे। आप देश के लुटेरे की याद में कैसे कोई आयोजन कर सकते हैं? फिर भी अगर आपको लगता है कि नेजा मेला लगाना है तो उच्च अधिकारियों को एप्लीकेशन दीजिए। आप पहले मजिस्ट्रेट से मिलिए लेकिन, उससे पहले लुटेरे की याद में मेले का आयोजन नहीं होगा। अगर आप परंपरा की बात कर रहे हैं तो मजिस्ट्रेट से मिलिए उससे पहले कोई बात मत करिए।
मेला कमेटी के ढाल गाड़ने की बात पर उन्होंने कहा कि किसी लुटेरे के पक्ष में खड़े होने की बात वह बिल्कुल नहीं सुनेंगे। अगर आप कहेंगे कि 1,000 साल से मना रहे हैं, बिल्कुल नहीं सुनेंगे। आप नासमझी में कर रहे हैं। गाजी ने सोमनाथ मंदिर को लूटा, इस देश की प्रॉपर्टी लूटी, लोगों का कतलेआम किया।
आप कैसे उनका साथ दे सकते हैं? मेला कमेटी के लोगों ने कहा कि यहां पर फातिहा होती है, जिस पर एएसपी ने कहा कि उस लुटेरे की याद में कुछ भी नहीं होगा। उस लुटेरे की याद में उस हत्यारे की याद में इस देश में कुछ भी नहीं होगा। इसलिए आप अधिकारियों से परमिशन मांग लो।
एएसपी श्रीश चंद्र ने बताया कि गजनवी के भांजे मसूद गाजी ने भारत में क्रूरता की थी। ऐसे लुटेरे-हत्यारे की याद में किसी भी मेले की परमिशन नहीं दी जाएगी। अगर कोई कुरीति सालों से चली आ रही है तो उसे बदलने की जरूरत है। इस आयोजन को लेकर दूसरे पक्ष के लोगों ने पुलिस प्रशासन के सामने आपत्ति दर्ज की थी। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मेले के आयोजन की अनुमति नहीं दी गई है। अगर मेला कमेटी मजिस्ट्रेट के पास जाती है तो वह जा सकती है।
संभल में ध्वस्त होंगे 33 अवैध मकान और मस्जिद
संभल में प्रशासन का एक्शन लगातार जारी है। अब चंदौसी में नगर पालिका की 6 बीघा भूमि पर अवैध कब्जा कर बनाई गई मस्जिद और 33 अवैध मकानों के दस्तावेजों की जांच के आदेश दिए गए हैं। जांच में अवैध निर्माण का मामला सामने आता है तो सभी के खिलाफ ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी।
जांच के बाद होगी कार्रवाई
चंदौसी में संपूर्ण समाधान दिवस पर सोमवार को पहुंचे डीएम डॉ.राजेंद्र पेंसिया और एसपी कृष्ण विश्नोई ने वारिसनगर में भूमि का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जानकारी मिली कि नगर पालिका की जमीन पर अवैध रूप से एक मस्जिद बनाई गई है। 33 अवैध मकान भी बनाए गए हैं।
संभल डीएम के आदेश से हड़कंप
इसके बाद डीएम ने मस्जिद और मकानों के दस्तावेजों की जांच करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अगर जांच में मस्जिद और मकान अवैध रूप से बने पाए जाते हैं तो ध्वस्त करने की कार्रवाई की जाएगी। डीएम के आदेश के बाद हड़कंप मचा हुआ है।